1992 में मैंने अपने सुलतानपुर प्रवास में एक कविता लिखी थी, “तब तुम्हारी निष्ठा क्या होती?’ उसे मैंने ‘नवभारत टाइम्स’ को भेजा। उन दिनों वहाँ […]
1992 में मैंने अपने सुलतानपुर प्रवास में एक कविता लिखी थी, “तब तुम्हारी निष्ठा क्या होती?’ उसे मैंने ‘नवभारत टाइम्स’ को भेजा। उन दिनों वहाँ […]