“बाबा साहेब आज जिंदा होते तो क्या ये तमाशा देखकर उनको दुख नहीं होता”, बीजेपी की इस हरकत पर भड़के चन्द्रशेखर आजाद

चंद्रशेखर आजाद ने हरियाणा शपथ समारोह में राज्यपालों की उपस्थिति को संविधान का अपमान बताया और बीजेपी पर संवैधानिक पदों के राजनीतिकरण का आरोप लगाते […]

32 करोड़ दलित: भारत में किस हाल में जी रहा है आज दलित समाज?

भारत में दलित समाज की स्थिति कठिन है, जो लगभग 32 करोड़ लोगों का हिस्सा है। इन्हें पहले अछूत कहा जाता था, और अब अनुसूचित […]

बहिष्कृत हितकारिणी सभा के 100 साल पूरे, BHU में सामाजिक परिवर्तन के प्रणेता डॉ अम्बेडकर को इस तरह किया गया याद

अनुसूचित जाति जनजाति छात्र कार्यक्रम आयोजन समिति बीएचयू (SC ST STUDENT PROGRAME ORGANIZING COMMITTEE BHU) और ओ.बी.सी./एस.सी./एस.टी./एम.टी. संघर्ष समिति बी.एच.यू.के तत्वाधान में बाबा साहब डॉ […]

“DU में कानून के छात्रों को मनुस्मृति पढ़ाना असंवैधानिक”, VC ने खारिज किया प्रस्ताव, बयान में क्या कहा पढ़िए

मनुस्मृति ऐसा हिंदू ग्रंथ है, जो जाति उत्पीड़न को संस्थागत बनाता था. निचली जातियों, विशेषकर दलितों और महिलाओं के शोषण और भेदभाव को उचित ठहराता […]

प्रेरणादायक कहानी: दलित अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई लड़ने वाले चैंपियन डॉ. बीआर अंबेडकर

उन्होंने सामाजिक न्याय प्रणाली के साथ-साथ राष्ट्रीय कानूनी ढांचे पर सकारात्मक अमिट छाप छोड़ी। तब से वह देश में हाशिए पर रहने वाले समुदायों के […]

आकाश आनंद को सभी पदो पर बहाल करने के बाद बसपा सुप्रीमो ने किसे सलाह दे डाली ?

विरोधियों ने संविधान बचाओ जैसे गलत प्रचार करके लोगों को गुमहार किया। जिस पार्टी ने बाबा साहेब अंबेडकर को संविधान सभा में आने से रोकने […]

ईमानदारी से हुए चुनाव हुए तो BJP का सत्ता में आना मुश्किल, माधोगंज की चुनावी रैली में गरजीं बसपा सुप्रीमो मायावती

जनता को आगाह करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कांग्रेस और भाजपा के घोषणापत्र में हवा-हवाई प्रलोभन दिए गए हैं और आप सभी इसके झांसे […]

करुक्कू फेम लेखिका बामा को प्रसिद्ध वर्चोल दलित साहित्य पुरस्कार, दलित फिल्मकार पा. रंजीत बोले गैरदलित लेखक-​निर्देशक हमारा दर्द समझने में असमर्थ

करुक्कू फेम लेखिका बामा को पुरस्कृत करते हुए प्रसिद्ध दलित फिल्म निर्माता रंजीत ने कहा कि गैर-दलित लेखक और फिल्म निर्माता दलितों के जीवन को […]

महाड़ सत्याग्रह दिवस विशेष : बाबा साहेब के कारण अछूतों-दलितों को मिल पाया था पानी पीने का अधिकार

महाड़ के ‘चवदार तालाब’ आन्दोलन का महत्त्व इसलिये भी अधिक है, क्योंकि भारत के इतिहास में दलितों ने पहली बार किसी दलित समाज के नेतृत्व […]

बहुजन नायिकाओं के जिक्र के बिना महिला दिवस सिर्फ कागजी नारों और भाषणों तक रहेगा सीमित !

सवाल है कि भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले, फातिमा शेख, त्याग व ममता की प्रतीक रमाबाई अम्बेडकर, ऊदादेवी पासी, वीरांगना झलकारी बाई, फूलन […]