जो मोदी सरकार कांग्रेस पर आरक्षण समाप्त करने की कोशिश का आरोप लगा रहीं हैं उसने खुद SC/ST आरक्षण को खतरे में डालने वाली कई नीतियां अपनाई हैं। जैसे भारतीय सेना और अन्य सरकारी नौकरियों में लटेरल भर्ती जैसी प्रक्रियाएं लागू की गई हैं, जिनका प्रभाव आरक्षण पर पड़ रहा है।
Haryana Election: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कुरुक्षेत्र में आयोजित अपनी पहली रैली की। उन्होंने कांग्रेस के परिवार पर आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार जब तक है, आरक्षण की रक्षा की जाएगी। मोदी ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार दलितों और पिछड़ों के आरक्षण को हर हाल में बनाए रखेगी और इसकी रक्षा करेगी।
कांग्रेस के खिलाफ आरोप
मोदी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से दलितों के अधिकारों के खिलाफ रही है और उन्होंने कई बार आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश की है। उन्होंने नेहरू, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी की नीतियों का हवाला दिया, जिन्होंने उनके अनुसार, ओबीसी और दलितों के आरक्षण को सीमित या समाप्त करने की कोशिश की। मोदी ने कांग्रेस के इतिहास को इस संदर्भ में बताया कि कैसे कांग्रेस के नेताओं ने आरक्षण की आलोचना की और इसे लागू करने में रुकावटें डालीं।
Pm: उनकी सरकार ने आरक्षण के अधिकारों की रक्षा की है
प्रधानमंत्री ने भाजपा की ओर से किए गए प्रयासों का उल्लेख किया, जो दलितों और पिछड़ों के हितों की रक्षा करने के लिए किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आरक्षण के अधिकारों की रक्षा की है और नई नौकरियों के अवसर प्रदान किए हैं। मोदी ने दावा किया कि भाजपा ने दलितों के लिए कई योजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत की है, जैसे कि स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में सुधार।
कांग्रेस की विफलताएँ
मोदी ने कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकारें आर्थिक और सामाजिक असमानताओं को बढ़ावा देने का काम करती हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ रही और परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री और मंत्रियों को अपनी सैलरी छोड़नी पड़ी।
कांग्रेस ने किसानों की समस्याएँ को नजरअंदाज किया
किसानों के मुद्दे पर भी मोदी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस ने किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया और उनकी योजनाओं को लागू करने में विफल रही। उन्होंने तेलंगाना और कर्नाटक में किसानों की आत्महत्याओं का उदाहरण देकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपनी गलत नीतियों पर पछतावा होना चाहिए।
भाजपा की भविष्य की योजनाएँ
मोदी ने भाजपा के भविष्य के कार्यक्रमों और योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भाजपा हरियाणा में अपनी सरकार बनाकर विकास की दिशा में काम करेगी और दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की पूरी रक्षा करेगी।
प्रधानमंत्री की यह रैली भाजपा की चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया और भाजपा के समर्थन में एक मजबूत संदेश दिया।
इसे देखें : “राहुल गांधी के बयान के खिलाफ दलित समुदाय का ‘जूते मारो आंदोलन”, रामदास अठावले ने जताई नाराजगी
भाजपा पर सवाल उठता हैं :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा ने कांग्रेस पर आरक्षण समाप्त करने का आरोप लगाया है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि भाजपा अपनी ओर से कितनी प्रभावी कार्रवाई कर रही है। आजकल, दलित समुदाय के खिलाफ अत्याचार और अन्याय के कई मामले सामने आ रहे हैं, और यह चिंता का विषय है कि वर्तमान सरकार इन मुद्दों को कितनी गंभीरता से ले रही है। मोदी सरकार पर आरोप है कि उसने SC/ST आरक्षण को खतरे में डालने वाली कई नीतियां अपनाई हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय सेना और अन्य सरकारी नौकरियों में लटेरल भर्ती जैसी प्रक्रियाएं लागू की गई हैं, जिनका प्रभाव आरक्षण पर पड़ रहा है।
दलित के मुद्दे उठाते दलित नेता मायावती और चंद्रशेखर आजाद
इसके अतिरिक्त, कई अन्य आरक्षण मुद्दे भी सामने आए हैं, जिन्हें दलित नेताओं जैसे मायावती और चंद्रशेखर आजाद ने उठाया है। ये नेता समय-समय पर आरक्षण और दलित अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रिय रहे हैं और उनकी मांग है कि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाए। ऐसे में यह सवाल उठता है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आरक्षण के मुद्दों पर आरोप-प्रत्यारोप के बजाय ठोस समाधान क्यों नहीं पेश कर रही हैं और दलित समुदाय की समस्याओं को क्यों गंभीरता से नहीं ले रही हैं।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।