“48 घंटे में माफी मांगें केजरीवाल-मान, नहीं तो सख्त कार्रवाई होगी”: प्रवेश वर्मा का अल्टीमेटम

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दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने पंजाब नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को गणतंत्र दिवस से पहले “सुरक्षा खतरा” बताया। अरविंद केजरीवाल ने इसे पंजाबियों का अपमान करार दिया। वर्मा ने केजरीवाल और भगवंत मान पर सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए 50-50 करोड़ की मानहानि का केस दर्ज किया और 48 घंटे में माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया। भाजपा और आप के बीच यह विवाद सुरक्षा और राजनीतिक अपमान के मुद्दे पर तेज हो गया है।

Delhi Politics: दिल्ली में विधानसभा चुनाव का माहौल गरम हो चुका है, और इस बार विवाद का केंद्र बना है भाजपा नेता प्रवेश वर्मा का बयान, जिसमें उन्होंने पंजाब नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को गणतंत्र दिवस से पहले “सुरक्षा खतरे” के रूप में चिन्हित किया। यह बयान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर सीधा हमला करते हुए दिया गया। वर्मा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में “पंजाब सरकार के आधिकारिक संसाधनों और गाड़ियों” का चुनाव प्रचार के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही वर्मा ने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के खिलाफ 50-50 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा दर्ज करवा दिया है और 48 घंटे के भीतर माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया है।

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पंजाबियों के अपमान का आरोप या सुरक्षा का मुद्दा?

इस विवाद की शुरुआत तब हुई, जब प्रवेश वर्मा ने गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में पंजाब नंबर प्लेट वाली हजारों गाड़ियों को सुरक्षा के लिए “संभावित खतरा” बताया। वर्मा ने सवाल उठाया, “इन गाड़ियों में कौन लोग हैं? इनका दिल्ली में घूमना 26 जनवरी से पहले हमारी सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा क्यों बन सकता है?” वर्मा के इस बयान को आम आदमी पार्टी ने “पंजाबियों का अपमान” करार दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि “भाजपा पंजाबियों को आतंकवादी समझ रही है और उनका अपमान कर रही है। वर्मा और गृह मंत्री अमित शाह को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।”

भाजपा का पलटवार: “कानून का दुरुपयोग कर रहे हैं केजरीवाल”

प्रवेश वर्मा ने पलटवार करते हुए केजरीवाल और भगवंत मान पर सरकारी तंत्र और संसाधनों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “पंजाब सरकार की गाड़ियों और मशीनरी का उपयोग दिल्ली चुनाव प्रचार में किया जा रहा है, जो पूरी तरह गैरकानूनी है। हमने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस से शिकायत की है।” वर्मा ने यह भी कहा कि उनका बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और इसे राजनीतिक हथकंडे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

मानहानि का केस और 48 घंटे का अल्टीमेटम

वर्मा के वकील विवेक गर्ग ने बताया कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान को 100 करोड़ रुपये के कानूनी मानहानि नोटिस भेजा गया है। “हमने उन्हें 48 घंटे का समय दिया है कि वे माफी मांगें और हर्जाना भरें। अगर ऐसा नहीं किया गया, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” वर्मा ने यह भी कहा कि “मानहानि के हर्जाने से मिलने वाला पैसा नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की जनता के कल्याण में खर्च किया जाएगा।”

विवाद का राजनीतिक फायदा: भाजपा और आप आमने-सामने

यह विवाद अब केवल बयानबाजी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भाजपा और आप के बीच सीधे तौर पर पंजाबियों और सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर टकराव बन गया है। वर्मा ने आप नेताओं पर जनता को गुमराह करने और कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, वहीं केजरीवाल ने इसे “भाजपा की हार की हताशा” बताया। केजरीवाल ने कहा, “पंजाबियों को अपमानित करना भाजपा की रणनीति है। लेकिन दिल्ली और पंजाब की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा को इसके लिए माफी मांगनी पड़ेगी।”

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जनभावना और चुनाव पर असर

इस मामले ने दिल्ली के चुनाव प्रचार को और गर्मा दिया है। जहां भाजपा इस मुद्दे को “सुरक्षा और कानून के दुरुपयोग” के रूप में जनता के सामने पेश कर रही है, वहीं आप इसे “पंजाबियों के अपमान” और भाजपा की “साजिश” बता रही है। अब देखना यह है कि प्रवेश वर्मा का अल्टीमेटम क्या रंग लाता है और यह विवाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में किस हद तक असर डालता है।

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