छत्तीसगढ़ के एक स्कूल में शिक्षक की कमी दूर करने की मांग लेकर पहुंची बच्चियों को जिला शिक्षा अधिकारी ने जमकर फटकार लगाई। और यहाँ तक कह दिया कि वे जिंदगी भर जेल की हवा खाएंगी तो समझ आएगा। बच्चियों का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
देशभर में केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं और इस पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं। लेकिन इन प्रयासों के बावजूद, कई राज्यों के स्कूलों में शिक्षकों की गंभीर कमी बनी हुई है। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक घटना ने इस मुद्दे को और उजागर किया। शिक्षकों की कमी के विरोध में डीईओ कार्यालय पहुंची बच्चियों को डीईओ ने न केवल फटकारा, बल्कि जेल भेजने की धमकी भी दी।
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बच्चियाँ मीडिया के सामने अपना दर्द बताते हुए रो पड़ीं
दरअसल, स्कूल में शिक्षक की कमी दूर करने की मांग लेकर पहुंची बच्चियों को जिला शिक्षा अधिकारी ने जमकर फटकार लगाई। इस व्यवहार से दुखी बच्चियाँ मीडिया के सामने अपना दर्द बताते हुए रो पड़ीं। यह मामला छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव का है, जहाँ 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे और वर्तमान में विधानसभा के स्पीकर डॉ. रमन सिंह का क्षेत्र है। यहां छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बड़े-बड़े दावों और योजनाओं की हकीकत उजागर हुई है।
ये है मामला
डोंगरगढ़ ग्राम आलीवार की बच्चियां कलेक्टर संजय अग्रवाल से मिलने गई थीं और उन्हें बताया कि उनके स्कूल में 11वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए कोई शिक्षक नहीं है। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी और उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) के पास भेज दिया। लेकिन जब बच्चियां डीईओ के पास पहुंचीं और आवेदन प्रस्तुत किया, तो डीईओ ने न केवल उन्हें जमकर फटकार लगाई, बल्कि अपमानजनक व्यवहार करते हुए जेल भेजने की धमकी भी दी। इस घटनाक्रम से बच्चियां बेहद दुखी और निराश हो गईं और उन्होंने मीडिया से अपने दर्द को साझा किया।
डीईओ ने ज्ञापन देखा तो भड़क गए
डीईओ ने जैसे ही छात्राओं का ज्ञापन देखा, वे भड़क गए और उन्होंने बच्चियों को जमकर फटकार लगाई। ज्ञापन में छात्राओं ने चेतावनी दी थी कि अगर तीन दिन के भीतर शिक्षक की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे आंदोलन करेंगी और स्कूल में ताला लगा देंगी। इस पर डीईओ ने कहा कि उन्हें यह सब लिखना किसने सिखाया, और यहाँ तक कह दिया कि वे जिंदगी भर जेल की हवा खाएंगी तो समझ आएगा। बच्चियों का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
केंद्र और राज्य सरकार पर उठा सवाल
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में शिक्षकों की मांग को लेकर डीईओ कार्यालय पहुंची बच्चियों को डीईओ द्वारा फटकार लगाना और जेल भेजने की धमकी देना अत्यंत निंदनीय है। इस तरह का व्यवहार न केवल शिक्षा के क्षेत्र में गंभीर समस्याओं की अनदेखी करता है, बल्कि यह बच्चों के अधिकारों और उनकी परेशानियों की अनदेखी भी करता है। सरकारी अधिकारियों कोω अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और समस्याओं का समाधान करना चाहिए, न कि बच्चों को धमकाना या उनका अपमान करना। इस घटना से शिक्षा प्रणाली में सुधार की तत्काल आवश्यकता और सरकारी अधिकारियों की संवेदनशीलता की कमी को उजागर करता है। और साथ ही शिक्षा प्रणाली की अनदेखी और जवाबदेही की कमी को स्पष्ट करती है और सवाल उठाती है कि क्या सरकारी योजनाओं का वास्तविक प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहा है या नहीं।
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