दिल्ली में विकास के नाम पर ‘दिया तले अंधेरा’: दलित समाज की अनदेखी और केजरीवाल सरकार की सच्चाई

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दिल्ली में दलितों और गरीबों की अनदेखी करते हुए केजरीवाल सरकार ने केवल दिखावटी विकास किया और भ्रष्टाचार में लिप्त रही। सीएम भजनलाल शर्मा ने केजरीवाल पर जल बोर्ड, राशन, डीटीसी बस और क्लासरूम निर्माण जैसे घोटालों का आरोप लगाया, जिससे दलितों के हक पर डाका डाला गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में झूठे वादों से सिर्फ वोट बैंक की राजनीति हुई, जबकि दलित समाज आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। सीएम भजनलाल ने जनता से अपील की कि दिल्ली में भी डबल इंजन की सरकार लाकर असली विकास किया जाए।

दिल्ली, जिसे देश का दिल कहा जाता है, आज भी विकास के नाम पर धोखे का शिकार बनी हुई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल केवल सादगी का ढोंग रचकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उनका असली चेहरा तब उजागर होता है जब हम देखते हैं कि गरीब, दलित और वंचित वर्ग आज भी बदहाली में जीने को मजबूर हैं। केजरीवाल सरकार ने बड़ी-बड़ी घोषणाएं कीं, लेकिन हकीकत में दिल्ली की सड़कों, बस्तियों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले दलितों के लिए कुछ भी नहीं बदला।

दलितों को सिर्फ वोट बैंक समझा, नहीं दिया हक

दिल्ली में बड़ी संख्या में दलित समुदाय के लोग रहते हैं, जो मेहनत-मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं। लेकिन केजरीवाल सरकार ने केवल चुनावी वादे किए और उन्हें हाशिए पर धकेल दिया। सीएम भजनलाल ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि जब सत्ता में आने का सवाल था, तो दलितों के लिए बड़े-बड़े वादे किए गए, लेकिन जब काम करने की बारी आई तो उन्हें ठुकरा दिया गया। सरकारी योजनाओं का लाभ देने के नाम पर केवल घोषणाएं हुईं, लेकिन जमीनी हकीकत शून्य रही। दिल्ली के दलित समाज के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई, जिससे उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार हो सके।

घोटालों की सरकार: दलितों के हक पर डाला डाका

भजनलाल शर्मा ने केजरीवाल सरकार को भ्रष्टाचार की सरकार करार देते हुए बताया कि इस सरकार ने दलितों के लिए आवंटित बजट को भी लूट लिया। उन्होंने कहा कि जल बोर्ड घोटाले से लेकर राशन घोटाले तक, केजरीवाल सरकार ने गरीबों के लिए आए हज़ारों करोड़ रुपये को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया। सीएम भजनलाल ने कहा कि – “यह वही सरकार है जिसने 52 करोड़ रुपये खर्च कर अपने लिए शीश महल बनवाया, लेकिन दलितों के लिए एक भी ठोस योजना लागू नहीं की।”

दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि—

28,000 करोड़ रुपये का जल बोर्ड घोटाला – दिल्ली के गरीबों, खासकर दलितों को स्वच्छ पानी तक नहीं मिल रहा, लेकिन सरकार ने इस पैसे को गलत तरीके से खर्च कर दिया।

5,400 करोड़ रुपये का राशन घोटाला – गरीबों के लिए आने वाले राशन को केजरीवाल सरकार के नेताओं और ठेकेदारों ने लूट लिया। दलित समाज, जो पहले से ही भुखमरी और बेरोजगारी से जूझ रहा है, उसे मिलने वाला हक भी छीन लिया गया।

4,500 करोड़ रुपये का डीटीसी बस घोटाला – दिल्ली की बसों को सुधारने की बजाय सरकार ने भ्रष्टाचार किया, जिससे आम नागरिक, विशेष रूप से गरीब और दलित समुदाय, बुरी तरह प्रभावित हुए।

1,300 करोड़ रुपये का क्लासरूम घोटाला – दलित बच्चों की शिक्षा के लिए बजट बढ़ाने के बजाय स्कूल निर्माण में घोटाले किए गए। नतीजा यह हुआ कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की हालत बद से बदतर हो गई।

500 करोड़ रुपये का बसों के पैनिक बटन का घोटाला – महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ राजनीति हुई, लेकिन असल में भ्रष्टाचार के कारण कोई ठोस बदलाव नहीं आया।

झूठे वादे, टूटी उम्मीदें: दलित समाज को नहीं मिला न्याय

केजरीवाल सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि दिल्ली में गरीबों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं होंगी, दलितों को मुफ्त शिक्षा और रोज़गार के अवसर दिए जाएंगे। लेकिन हकीकत यह है कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की हालत बदतर हो चुकी है। मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर केवल प्रचार हुआ, लेकिन इलाज के लिए लोग तरसते रहे। सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था भी लगातार गिरती जा रही है, जिससे दलित समाज के बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।

डबल इंजन की सरकार से ही आएगा बदलाव

सीएम भजनलाल ने दिल्ली की जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर दिल्ली को सही मायनों में विकास की ओर ले जाना है, तो यहां भी डबल इंजन की सरकार (दिल्ली और केंद्र में बीजेपी सरकार) लानी होगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकारों ने विकास की नई गाथा लिखी है, जहां गरीबों के लिए योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की जा रही हैं। राजस्थान में हमारी सरकार के सिर्फ एक साल के भीतर 50-55% वादे पूरे हो चुके हैं।

उन्होंने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण, देश के विकास, आतंकवाद और नक्सलवाद के खात्मे के लिए बड़े सुधार हुए हैं। आज देश आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहा है, लेकिन दिल्ली में केजरीवाल सरकार विकास में सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है।

दिल्ली के दलितों का संदेश: अब बदलाव चाहिए

दिल्ली के दलित समाज ने भी अब बदलाव की आवाज़ बुलंद करनी शुरू कर दी है। झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने सिर्फ वोट लेने के लिए हमें इस्तेमाल किया, लेकिन हमें हमारा अधिकार नहीं दिया। दिल्ली के मजदूर, रिक्शा चालक, सफाई कर्मचारी और मेहनतकश लोग अब समझ चुके हैं कि उन्हें सिर्फ झूठे वादों से ठगा गया है।

 

सीएम भजनलाल ने कहा कि “अब वक्त आ गया है कि दिल्ली में भी सच्चा विकास हो, गरीबों को उनका अधिकार मिले, दलितों को सम्मान मिले, और भ्रष्टाचार से मुक्त सरकार आए।” उन्होंने जनता से अपील की कि इस बार दिल्ली में भी डबल इंजन की सरकार बनाएं, ताकि कोई भी गरीब और दलित समाज विकास से वंचित न रहे।

दलितों को अब असली विकास चाहिए, दिखावटी नहीं

दिल्ली को अब एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो दलितों के हितों की रक्षा करे, भ्रष्टाचार से मुक्त हो और विकास को प्राथमिकता दे। केजरीवाल सरकार ने जो सपने दिखाए थे, वे सिर्फ छलावा निकले। अब जनता को असली बदलाव चाहिए, और उसके लिए डबल इंजन की सरकार ही एकमात्र समाधान है।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

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