यूपी के बदायूं में खेतों की ओर जा रहे ग्रामीणों ने एक किशोरी का शव रेलवे स्टेशन के पीछे झाड़ियों में पड़ा देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को आनन फानन जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया। इसके बाद सूचना स्वजन को दी गई। स्वजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया गया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसके चलते ही पुलिस ने जानते हुए भी उन्हें सूचना नहीं दी और सीधे शव को मोर्चरी भिजवा दिया।
सूचना पर एसपी देहात और सीओ बिसौली भी मौके पर पहुंच गए थे। थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के एक गांव निवासी अनुसूचित जाति की किशोरी शुक्रवार देर शाम से लापता थी। वह अपनी मां के साथ बाजार आई थी, लेकिन किसी तरह वह बाजार में ही छूट गई। बताते हैं कि किशोरी मानसिक रूप से कमजोर थी और आसपास के क्षेत्र में घूमती रहती थी, लेकिन रात में या तो वह खुद घर आ जाती थी। कभी पुलिस या गांव के लोग उसे छोड़ जाते थे। लेकिन शुक्रवार को ऐसा नहीं हुआ। बताते हैं कि उसने शाम के समय रेलवे स्टेशन पर समोसे भी मांग कर खाए थे।
इसके बाद क्या हुआ किसी को नहीं पता। लेकिन सुबह जब शव देखा गया तो वह पूरे कपड़े पहने हुए थी, उसके गले पर काटे जाने के निशान लग रहे थे। पुलिस उस किशोरी के बारे में अच्छे से जानती थी और पहचानती भी थी। लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने स्वजन को सूचना देना उचित नहीं समझा और शव को वारदात स्थल से हटवा दिया। इसकी जानकारी जब स्वजन को मिली तो वह भड़क गए। किशोरी की बहन और भाई ने सीधे पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। इसके साथ ही दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की भी आशंका जताई है। सूचना पाकर एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा, सीओ बिसौली ओजस्वी चावला भी मौके पर पहुंच गए हैं। वह जांच पड़ताल कर रहे हैं। अब तक पुलिस अधिकारियों की ओर से इस संबंध में कोई बयान नहीं दिया गया है। सभी पोस्टमार्टम के बाद स्थिति साफ होने की बात कह रहे हैं।