यूपी सहित पांच राज्यों में चुनावी तारीखों के ऐलान के बाद से ही दल-बदल जारी है। यु तो देश के सबसे बड़े राज्य में कड़ाके की ठंड है लेकिन यूपी में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही कई नेता अपने भविष्य की सुरक्षित राजनीती के लिए पाला भी बदल रहे है।
यूपी में पहले चरण की शुरुआत 10 फरवरी से होगी तथा सातंवा व अंतिम चरण 7 मार्च को होगा। पांचो राज्यों के नतीजे 10 को घोषित होंगे।
राजनितिक नेताओ का दल-बदल लगातार जारी है इस बीच कांग्रेस ने शिवपाल यादव की पार्टी के युवा इकाई के अध्यक्ष अमित जॉनी को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। लेकिन इसी के साथ कांग्रेस का चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। आइये जानते है की अमित जॉनी को अपनी पार्टी में शामिल करने पर कांग्रेस का विरोध क्यों हो रहा है।
कौन है अमित जॉनी –
आपराधिक पृष्ठभूमि के अमित जानी मेरठ के रहने वाले माफिया हैं। जिस पर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज है और कई दफा जेल की हवा भी कहा चुके है । साल 2012 में अमित नवनिर्माण के अध्यक्ष व सपा के करीबी हुआ करते थे तब उन्होंने अम्बेडकर पार्क में लगी मायावती की सफेद मूर्ति को हथोड़ा मारकर तोड़ा था जिसके बाद तगड़ा बवाल भी हुआ था। यह कृत्य अमित की दलित और महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाने के लिए काफी है।
शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने अमित जानी को पार्टी में शामिल कराया। अटकलें है कि टिकट भी पा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमित जानी मेरठ की सिवलखास विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
अब जब कांग्रेस यूपी में महिला सुरक्षा व दलितों का मुद्दा उठा रही है व लड़की हु लड़ सकती हु का नारा बुलंद कर रही है तब ऐसे में महिला विरोधी मानसिकता वाले व्यक्ति को पार्टी में शामिल करना कांग्रेस पार्टी पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे है
अमित जॉनी महात्मा गाँधी को गाली देने वाले नरसिंहानंद का चेला भी है, जो योगी को अगला प्रधानमंत्री देखना चाहता है जिसके लिए वो सोशल मिडिया पर YOGI4PM का केम्पेन भी चला चूका है।
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