भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने हरियाणा में हुए दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले पर हरियाणा सरकार को लेकर न्याय की मांग की है उन्होंने सरकार की कानून व्यवस्था की नाकामी पर बात करते हुए कहा कि दलित बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद दोनों आँखें निकालकर हत्या करना जघन्य अपराध है।उन्होंने सरकार से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा व मृतक पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की उन्होंने कहा कि सरकार परिजनों को संरक्षण व आर्थिक संबल प्रदान करे।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि “सरकार की कानून व्यवस्था की नाकामी के चलते फरीदाबाद,हरियाणा में दलित बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद दोनों आँखें निकालकर हत्या जघन्य अपराध है।हमारी मांग है की सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा व मृतक पीड़िता को न्याय और परिजनों को संरक्षण व आर्थिक संबल प्रदान करे।”
@mlkhattar सरकार की कानून व्यवस्था की नाकामी के चलते फरीदाबाद,हरियाणा में दलित बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद दोनों आँखें निकालकर हत्या जघन्य अपराध है।
हमारी मांग है की सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा व मृतक पीड़िता को न्याय और परिजनों को संरक्षण व आर्थिक संबल प्रदान करे।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 8, 2022
गौरतलब है कि फरीदाबाद (हरियाणा) से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया हैं जंहा एक 21 वर्षीय दलित लड़की का अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया गया और उसके बाद अपराधी यही नहीं रुके उन्होंने युवती की दोनों आंखें निकालकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह मामला पिछले 5 दिनों से पुलिस के पास लटका हुआ हैं और पुलिस मृतक युवती का शव उसके ही परिजन को देने से इंकार कर रही थी।
गौरतलब हैं कि फरीदाबाद (हरियाणा) में एक 21 वर्षीय दलित लड़की का अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी दोनों आंखें निकालकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। पिछले 5 दिनों से पुलिस युवती का शव को परिजनों को नहीं दे रही थी लेकिन आज भीम सेना ने जाकर उनपर दबाव बनाया और मामले की जाँच को लेकर पूछताछ की तो उन्होंने युवती का शव परिजन को सौपा।
फरीदाबाद के बीके अस्पताल में भीम सेना ने युवती का पोस्टमार्टम करवाया और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट व एफआईआर की कॉपी हासिल की जिसके बाद आईपीसी की धारा 302 समेत कई गंभीर धाराओं सहित एससी/एसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई हैं।
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