बसपा सुप्रीमो बहनजी की रणनीति और राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद की ललकार ने बढ़ाईं बीजेपी की मुश्किलें

mayawati
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बीएसपी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद अपने धुंआधार भाषणों से और इंटरव्यू से चारों तरफ से छाये हुए हैं और जनता के हर मुद्दों को लेकर चाहे वह शिक्षा की बात हो या बेरोजगारी की बात या स्वस्थ – सुरक्षा, नौकरी और विकास की बात हो वो जमकर बीजेपी से सवाल कर रहे और बीजेपी के गलत नीतियों को बता रहे हैं…

दीपशिखा इन्द्रा की रिपोर्ट

Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के तहत पहले चरण के मतदान के लिए बुधवार 17 अप्रैल की शाम को प्रचार-प्रसार का शोर थम गया। पहले चरण का मतदान से पहले सभी दल जोर-शोर से प्रचार प्रसार करने में लगे हुए हैं। वहीं बीएसपी सुप्रीमो आयरन लेडी मायावती उत्तर प्रदेश में 14 अप्रैल से जनसभाएं लगातार करने के साथ-साथ आज 17 अप्रैल को अलवर में जनसभा को संबोधित किया। जहाँ लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है। वहीं लोकसभा चुनाव के अंतिम दिन तक सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत प्रचार-प्रसार में झोंक दी है। जहां भाजपा कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने राजस्थान में जमकर रैलियां और रोड शो किया, वहीं बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती भी अलवर में जनसभा को संबोधित किया। आपको बता दें कि बसपा ने फजल हुसैन को अलवर से लोकसभा प्रत्याशी बनाकर दांव खेला है।

जहाँ बीएसपी सुप्रीमो बहनजी अलवर में जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर से बताया कि हमारी पार्टी, कांग्रेस व बीजेपी व अन्य किसी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं कर रहीं हैं बल्कि वह अकेले अपने दम पर लड़ेगी। आगे उन्होंने बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस के ऊपर जमाकर हमला किया। कांग्रेस व बीजेपी शासित प्रदेशों में दलित आदिवासी अतिपिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज के लोगों के हित में कोई काम नहीं किया और न ही उनकी सुरक्षा आगे जनसभा को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया कि केन्द्र में बसपा की सरकार बनने के बाद दल-बदल कानून में संशोधन किया जायेगा ताकि दल बदलने वालों की सदस्यता तत्काल प्रभाव से खत्म हो जाय। इससे खरीद फरोख्त की राजनीति पर लगाम लगेगी और लोकतंत्र भी मजबूत होगा।

आपको बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में भी आयरन लेडी बहनजी कुछ ऐसा करेंगी, जिसकी भनक ना विपक्ष को थी और ना ही बीजेपी को और देखा जाए तो इस बार उत्तर प्रदेश में बहनजी ने लोकसभा चुनाव 2024 की लड़ाई को बेहद दिलचस्प बना दिया है। और जिस तरह से विपक्षी दलों और मीडिया द्वारा बीएसपी के छवि को खराब करने के लिए तरह-तरह के नकारात्मक अफवाहें फैलाई जा रही थी, खासकर बीजेपी की B टीम को लेकर लेकिन बीएसपी ने विपक्षी दलों सहित मीडिया को भी बता दिया कि वह बीजेपी या किसी भी दल की बी टीम नहीं है और इस बी टीम के तमगे को दूर करने का बीएसपी ने पूरी तरह से मन बना लिया है और इस लोकसभा चुनाव के दौरान पूरी तरह से खारिज कर दिया।

इतिहास गवाह है बीएसपी सुप्रीमो बहनजी राजनीति की माहिर और पुरानी खिलाड़ी हैं, वह राजनीति में कब क्या करेंगी, यह कोई नहीं जानता तभी तो कहते हैं “माया की महिमा माया ही जानें” उनको लोकतंत्र का करिश्मा ऐसा ही नहीं कहा जाता है। बीजेपी हो या कांग्रेस के बड़े से बड़े दिग्गज नेता उनको नहीं समझ पाते हैं।

आलम यह है कि हाल ही में आई बीएसपी प्रत्याशियों की लिस्ट ने बीजेपी सहित कांग्रेस और एक राज्य तक सीमित रहने वाली सपा का भी कई सीटों पर चौंका दिया है। जैसे खासकर जौनपुर, मेरठ, मैनपुरी, बस्ती, बंदायू, आजमगढ़ समेत तमाम ऐसी सीटें हैं, जहां बीएसपी कांग्रेस गठबंधन के साथ-साथ बीजेपी की राह में कांटा साबित हो रही है। बहनजी ने अपनी रणनीति और बीएसपी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद के ललकार ने उत्तर प्रदेश के सियासत में हलचल मच दिया है । बहनजी इस बार हर क्षेत्र के समीकरण को देखते हुए चुन-चुनकर उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतार रहीं हैं। जिसमें खासकर उनका ध्यान दलित, पिछडे वर्ग और अल्पसंख्यक समाज के लोगों पर हैं। उनके सीटों के समीकरण ने राजनैतिक दलों के खेमों में भूकंप ला दिया है।

वहीं दूसरी तरफ बीएसपी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद अपने धुंआधार भाषणों से और इंटरव्यू से चारों तरफ से छाये हुए हैं और जनता के हर मुद्दों को लेकर चाहे वह शिक्षा की बात हो या बेरोजगारी की बात या स्वस्थ – सुरक्षा, नौकरी और विकास की बात हो वो जमकर बीजेपी से सवाल कर रहे और बीजेपी के गलत नीतियों को बता रहे हैं। साथ ही कांग्रेस और एक राज्य तक सीमित रहने वाले सपा पर भी जमाकर हमला कर रहे हैं। वह चारों तरफ से हमला कर रहे उनके सवालों के हमले से कोई नहीं बच रहा है।

बीएसपी सुप्रीमो बहनजी ने बढ़ायीं बीजेपी की मुश्किलें

बीएसपी सुप्रीमो बहनजी ने बीजेपी को सब से बड़ा और जोरदार झटका दिया है। आपको बता दें कि अभी हाल ही में सोमवार को बीएसपी ने श्रीकला सिंह को जौनपुर से टिकट दे दिया है। श्रीकला सिंह जेल में बंद बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी हैं। जो अभी जौनपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष भी हैं। जहाँ जौनपुर की जनता का खास लगवा धनंजय सिंह हैं जनता खुलकर धनंजय सिंह का समर्थन कर रहीं हैं। जहाँ अब बहनजी चुन चुन कर ऐसे टिकट दे रही हैं कि बीजेपी की मुश्किलें बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं।

आजमगढ़ में बीजेपी से सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ चुनाव लड़ रहे हैं तो बीएसपी सुप्रीमो बहनजी ने बीएसपी के कद्दावर नेता भीम राजभर को टिकट दे दिया है, जो कि पिछडे वर्ग से आते हैं। देखा जाए तो बीएसपी के उम्मीदवार से बीजेपी का वोट कटने का खतरा बढ़ गया है। जहाँ पिछले उप चुनाव में बीजेपी जीत तो गई थी। उस बार बीएसपी ने ने मुस्लिम नेता को टिकट दे दिया था। यदि इस लोकसभा चुनाव में दलित और खासकर मुस्लिम समाज एकजुट होकर बीएसपी को वोट करते हैं तो बीएसपी की जीत और बीजेपी की हार निश्चित है।

बीएसपी सुप्रीमो बहनजी मात्र कुछ हफ्तों में और बीएसपी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद की ललकार ने उत्तर प्रदेश की सियासत पर वार किया है। बीजेपी सहित कांग्रेस और एक राज्य तक सीमित रहने वाले सपा सबकी नींद उड़ गई, सबकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। आलम यह है जहाँ मीडिया कल तक कहतीं फिरती थी कि बीएसपी, बीजेपी से डरती है आज वही मीडिया खुद बता रहीं हैं कि बीजेपी, बीएसपी से डरती हैं।

इसलिये तो बहनजी को लेकर कहावत है “बहनजी को बहनजी ही समझ सकती हैं।” बीएसपी सुप्रीमो बहनजी ने एक बार फिर साबित कर दिया “वह बहती हुई नदी धारा की दिशा को बदलने की क्षमता रखती हैं।”

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