हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए आकाश आनंद ने करनाल में रैली में इनेलो प्रत्याशी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बसपा-इनेलो गठबंधन बदलाव लाएगा और जनता से सही विकल्प चुनने की अपील की। आकाश ने दावा किया कि उनका गठबंधन पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगा।
Haryana Election: हरियाणा में विधानसभा चुनाव का मौसम आते ही राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। इस बार का चुनाव खास तौर पर दिलचस्प है क्योंकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच गठबंधन ने राजनीतिक समीकरणों को बदल दिया है। मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने करनाल में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया, जहां उन्होंने इनेलो के प्रत्याशी के समर्थन में जोरदार भाषण दिया। उन्होंने दावा किया कि यह गठबंधन हरियाणा में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगा।
पिछले 10 सालों में बीजेपी ने जनता का उत्पीड़न किया है
आकाश आनंद ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मायावती की चार रैलियां निर्धारित हैं, और उन्होंने जोर दिया कि हरियाणा की जनता अब अभय सिंह चौटाला और मायावती को विकल्प के रूप में देख रही है। उनके अनुसार, पिछले 10 सालों में बीजेपी ने जनता का उत्पीड़न किया है, और कांग्रेस ने भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि लोग अब एक नए विकल्प की तलाश में हैं।
चौटाला और मायावती के निर्णयों के बारे में जानकारी
आकाश ने अपने भाषण में यह भी बताया कि बसपा और इनेलो के प्रत्याशी गली-गली और मोहल्ले-मोहल्ले जाकर जनता से समर्थन मांग रहे हैं। उनका मानना है कि चौटाला की नीतियों और मायावती के निर्णयों के बारे में लोगों को सही जानकारी दी जा रही है, जिससे लोग सही पार्टी को वोट देने के लिए प्रेरित होंगे। आकाश ने अभय सिंह चौटाला की लोकप्रियता का भी जिक्र किया और कहा कि उन्हें जो प्यार मिल रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि वह विधानसभा में पहुंचेंगे।
इसे देखें: चंद्रशेखर आजाद का ऐलान: दलितों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के अधिकारों की करेंगे रक्षा
गठबंधन के साथ गोपाल कांडा की हलोपा भी जुड़ गई
इस चुनावी माहौल में बसपा-इनेलो गठबंधन के साथ गोपाल कांडा की हलोपा भी जुड़ गई है। कांडा सिरसा सीट से प्रत्याशी हैं और बागी सीटों पर सहयोग कर रहे हैं। इस गठबंधन ने 37 सीटों पर बसपा और 53 सीटों पर इनेलो के प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है।
आखिरकार जनता किसे चुनती है।
हरियाणा की राजनीति में यह गठबंधन नए समीकरण प्रस्तुत कर रहा है। स्थानीय लोगों में इस बात की चर्चा है कि क्या यह गठबंधन भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ एक मजबूत विकल्प बन पाएगा या नहीं। जनता के बीच संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं को समझने के लिए सभी दल अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। चुनाव की तारीख नजदीक आते ही माहौल और भी गर्म हो जाएगा। हरियाणा की राजनीति में यह चुनाव महत्वपूर्ण मोड़ पर है, और सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि आखिरकार जनता किसे चुनती है।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।