यूपी के चंदौली में जातीय हिंसा में एक दलित युवक की रॉड-पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.जिससे आस पास के एरिया में अफरा तफरी का मौहाल बन गया हैं , घटनास्थल पर मृतक के परिजन और ग्रामीण भारी संख्या में मौजूद हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक एसपी नहीं आ जाते तब तक सबको उठने नहीं देंगे परिवार का कहना हैं कि उनके बेटे को केवल दलित होने की वजह से मार दिया गया हैं,यूपी इस तरह की घटना अब आम हो चली हैं चाहे वो धार्मिक दंगे हो या जातिगत हालंकि परिजनों ने शव को पुलिस को देने से मना कर दिया और हंगामा करने लगे। बताया जा रहा है कि गुमटी जलाने के विवाद में ही यह घटना हुई है। युवक के सिर को इतने निर्मम तरीके से कुचला गया है कि उसके चेहरे का कहीं अता पता ही नहीं है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है।
यूपी के चंदौली में जातीय हिंसा में एक दलित युवक की रॉड-पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या हो गई
BJP MLA साधना सिंह ने पुलिस से कहा कि समाजवादी पार्टी के गुंडे इस घटना के जिम्मेदार हैं. 20 साल तक यूपी में समाजवादीपार्टी की सरकार नहीं आने वाली
दुकान में आग लगाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था pic.twitter.com/GZIPNU9AJY— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) November 13, 2021
मौके पर मौजूद बीजेपी MLA साधना सिंह ने पुलिस से बातचीत के दौरान कहा कि समाजवादी पार्टी के गुंडे ही इस घटना के जिम्मेदार हैं. वो लोग आए दिन इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं जिसका परिणाम उन्हें आने वाले चुनाव में कई साल तक देखने को मिलेगा और अगले 20 साल तक यूपी में समाजवादीपार्टी की सरकार नहीं आने वाली अगर उनका बर्ताव ऐसा ही रहा तो,
गौरतलब हैं की दुकान में आग लगाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था,अलीनगर थाना क्षेत्र के सिकटिया तिराहे पर ग्राम पंचायत तारणपुर के दुसधाने बस्ती के बबलू पासवान की चाय पान की गुमटी थी। जिसे बृहस्पतिवार की रात अराजक तत्वों ने फूंक दिया। वही शुक्रवार की रात उसी चौराहे पर स्थित कमला यादव की गुमटी भी किसी ने फूंक दी जिसको लेकर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई.शनिवार के अल सुबह दुसधाने मुहल्ले के निवासी युवक विशाल पासवान (19) सिकटिया तिराहे पर घूमने आए था। उस पर दर्जनों लोगों ने लाठी डंडे और रॉड से हमला कर दिया। मौके पर ही उसकी फिर कूचकर निर्मम हत्या भी कर दी गई। घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया और युवक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए।
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