“हमारी गली से दलित की बारात नहीं निकलेगी!” कहकर ठाकुरों ने दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारा जमकर पीटा…

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हमारे देश में दलित दूल्हे को बारात पर बैठे देख या उनकी बारात में तेज़ आवाज़ में डीजे बजता देख जातिवादियों के सीने में दर्द होने लग जाता है। इसलिए दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने, उनके साथ मारपीट करने और बारातियों को लाठी-डंडों से दौड़ाने की घटना आम हो गयी हैं। 

 

उत्तर प्रदेश में फिर एक बार दलित दूल्हे की बारात में ठाकुरों ने जातीय हिंसा फैला दी। इतना ही नहीं दलित दुल्हे को घोड़ी से उतार कर बेरहमी से पीटा गया। वहीं बारातियों के साथ भी मारपीट की गयी। यह पूरी घटना 16 अप्रैल 2025 को यूपी के आगरा के थाना एत्मादपुर में घटी। जानकारी के मुताबिक आगरा में रहने वाली अनीता देवी की बेटी की बारात मथुरा से आ रही थी। 16 अप्रैल की रात करीब साढ़े 9 बजे जब बारात आई और कृष्णा मेरिज होल में जाने लगी तभी ठाकुरों ने डीजे की आवाज को लेकर बवाल कर दिया।

दुल्हें को घोड़ी से उतारा:

आरोप है कि ठाकुरों ने पहले दूल्हे की घोड़ी को नीचे गिराया। फिर दुल्हे पर फरसे से वार किया। दूल्हे को बेरहमी से पीटा गया और बारातियों पर भी लाठी और डंडों से वार किया गया। महिलाओं से गहने छीने गए और बारातियों को बंधक बनाया गया। इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक डर और अपमान के माहौल में दूल्हे को किसी अन्य शादी के मैरिज होम में छुपा कर अपनी जान बचानी पढ़ी। वहीं पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि पुलिस FIR दर्ज करने में टालमटोल करती रही। वहीं हद तो तब हुई जब आरोपियों ने थाने में पुलिस के सामने ही पीड़ितों को धमकाया।

हमारी गली से दलित की बारात नहीं निकलेगी :

सामने आई खबर के मुताबिक यह सारी घटना आगरा के एत्मादपुर के गढ़ी रामी में छलेसर के कृष्णा मैरिज होम के पास हुई। ठाकुरों ने यह कहकर दलित की बारात पर हमला किया कि “हमारी गली से दलित की बारात नहीं निकलेगी!”, यही नहीं ठाकुर दलित दूल्हे की बारात में तेज आवाज में डीजे बजने से भी नाराज़ थे इसलिए नाराज़ ठाकुरों ने तेज़ आवाज़ का भी विरोध किया और आधा दर्जन लोगों ने बारात पर हमला कर दिया। हंगामे की आवाज सुनकर गांव के और लोग भी बाहर आए और दलित दूल्हे और बारातियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।

भीम आर्मी ने उठाए सवाल:

वहीं दलित दुल्हन की माँ अनीता देवी ने मामले में थाना एत्मादपुर में अजीत तोमर, अमन तोमर पुत्रगण मनोज तोमर, सौरभ तोमर पुत्र प्रदीप, प्रदीप पुत्र जगदीश तोमर, प्रदीप पुत्र वीरेश, अंकित पुत्र दलवीर संजय पुत्र महावीर, सचिन, अजय व अन्य अज्ञात 20 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर तहरीर दी है। बहरहाल पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों से दो-दो लोग घायल भी हुए हैं। हालांकि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने इस मामले पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

मामले पर क्या बोले चंद्रशेखर आजाद :

घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए चंद्रशेखर आज़ाद यूपी सरकार पर जमकर बरसे उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में यूपी में बहुजनों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। यहाँ न्याय नहीं सिर्फ जातीय दंभ का बोलबाला है। कानून नहीं लाठी और जात की हनक है। इतनी ही नहीं चंद्रशेखर ने इस हमले को सिर्फ बारात पर हमला नहीं बताया उन्होंने कहा कि यह हमला दलित-बहुजन समाज की गरिमा और हमारे संविधान पर हमला है। मामले के संबंध में सरकार और प्रशासन से चंद्रशेखर आज़ाद ने तीन मांगे भी की। उन्होंने कहा,

1. सभी नामजद जातीय आतंकियों की अविलंब गिरफ्तारी हो ।
2. SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम और BNS की सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज हो ।
3. घटना के दौरान लापरवाही बरतने, FIR दर्ज नहीं करने पर पुलिसकर्मियों पर तत्काल निलंबन एवं विभागीय कार्यवाही हो ।

एक दिन पहले आगरा में हुई थी घटना:

हमारे देश में दलित दूल्हे को बारात पर बैठे देख या उनकी बारात में तेज़ आवाज़ में डीजे बजता देख जातिवादियों के सीने में दर्द होने लग जाता है। इसलिए दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने, उनके साथ मारपीट करने और बारातियों को लाठी-डंडों से दौड़ाने की घटना आम हो गयी हैं। ऐसी ही एक घटना 15 अप्रैल को यूपी के आगरा के ही फतेहपुर सीकरी में घटी। जहां गांव बसेरी काजी में दो दलित बेटियों की बारात पर जातीय आतंकियों द्वारा हमला किया गया। बारातियों को पीटा, उसके बाद दुल्हन के पिता और चाचा के साथ भी मारपीट की गई। भीम आर्मी चीफ ने इस घटना की भी निंदा की और कहा कि, “पुलिस ने उचित कार्यवाही करने के बजाय मामले को दबाने और लीपापोती करने का प्रयास किया

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