बसपा सुप्रीमो मायावती आज लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर रही है। मीडिया को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी की 300 सीट जीतने के दावे में दम नहीं है। यदि ऐसा होता तो चुनावी दौर में इतनी लुभावनी घोषणा की जरूरत ही नहीं पड़ती और न ही छात्रों को लालच देने की जरूरत न पड़ती।केंद्रीय नेताओ व मंत्रियों को थोक में यूपी में लाने की जरूरत न पड़ती। उन्होंने अपनी पार्टी के बारे में बताते हुए बोला कि इस बार सत्ता में बीएसपी ही आने वाली है।
उन्होंने अयोध्या को लेकर कहा कि, सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अयोध्या में अफसरों-नेताओं व उनके रिश्तेदारों के नाम पर हुई जमीन खरीदी पर मायावती ने कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को पूरे मामले का संज्ञान लेना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ही पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।
This is a serious matter. A high-level probe should be conducted in this matter. It would be best if the Supreme Court intervenes in this matter. The Central government should direct the state government to take this issue seriously: Mayawati, BSP on alleged land scam in Ayodhya pic.twitter.com/Y5uF0PNphq
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 23, 2021
मायावती ने कहा कि जो मैदान में घूम रहे है वो घबरा गए है, हमारी पार्टी के लोग जमीन पर काम कर रहे हैं। चुनाव परिणाम के बाद कौन मजबूत है, खुद ही इसका खुलासा हो जाएगा।फोन टैपिंग पर मायावती ने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तो उन्होंने भी यही किया था। बड़े पैमाने पर इल्जाम लग रहे हैं तो आरोपो में सच्चाई हो सकती है।
दरअसल, मायावती ने 23 दिसंबर को पार्टी मुख्यालय पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक विधानसभा चुनाव को लेकर काफी अहम मानी जा रही है। इसमें प्रदेश के सभी मुख्य सेक्टर प्रभारियों के साथ प्रदेश के 75 जिलों के जिलाध्यक्षों को बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि मायावती आज ही के दिन विधानसभा चुनाव की रणनीति का खुलासा करेंगी कि वह चुनाव प्रचार के लिए कब से निकलेंगी।
बैठक में बीएसपी सुप्रीम मायावती सेक्टर प्रभारियों और जिलाध्यक्षों से फीडबैक लेकर जमीनी हकीकत का पता लगाएंगी। यानी ग्राउंड लेवल पर बसपा की क्या स्थिति है और उसे यूपी फतह करने के लिए क्या-क्या करने की जरूरत है।
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