“हमें नहीं पंसद कोई दलित महंगी बाइक चलाए..” बोलकर दलित युवक का काट दिया हाथ

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तमिलनाडु से जातिवाद की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहाँ उंची जाति के लोगों ने सिर्फ बुलेट चलाने के लेकर दलित युवक का हाथ काट दिया। घटना 12 फरवरी को शिवगंगा जिले के मेलपीडावुर गांव में घटी। जहां दलित युवक आर आय्यासामी अपने ही गांव में बुलेट चला रहा था। इसी दौरान गांव के ही ऊंची जाति के तीन लोग यह देखकर बेचैन हो गए कि उनके सामने कोई दलित महंगी बुलेट पर कैसे बैठ सकता है। बस इसी बात से नाराज सवर्ण ने बुलेट चला रहे दलित युवक के हाथों पर तेज धारदार हथियार से हमला कर उसके हाथ काट दिए। हालांकि गनीमत ये रही की दलित छात्र का हाथ कटकर अलग होने से बच गया।

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जानकारी के अनुसार दलित युवक के दोनों हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया। उसे गंभीर हालत में मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जो उसके गांव से 45 किलोमीटर दूर है। बाताय जा रहा है कि अय्यासामी शिवगंगा के एक कॉलेज में मैथ ऑनर्स का थर्ड ईयर स्टडेंट है।

 मीडिया रिपोर्ट् की मानें तो दलित युवक की मां ने भी इस पूरी तहर से जातिवादी घटना बताया है। उनका कहना है कि गांव के तीनों लड़के विनोथ, आधी ईश्वरन और वल्लारासु को ये बिलकुल पंसद नहीं आया कि कि उनके सामने कोई दलित मंहगी बुलेट पर कैसे चल सकता है। इसलिए जब दलित युवक बाइक से जा रहा था तो सबसे पहले तीनों अपराधियों ने उसे रास्ते में रोका, जातिसूचक शब्द बोलकर उसे अपमानित किया और फिर दलित युवक पर हमला कर उसका हाथ काट दिया।

पीड़ित परिवार की माने तो अगर अय्यासामी घटना के बाद बुलेट छोड़कर वहाँ से नहीं भागता तो वो लोग उसकी जान ले लेते। कुछ और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कथित तौर पर ये बात सामने आई है कि सवर्णों ने दलित युवक के हाथ काटते वक्त ये बात बोली की उन्हें पंसद नहीं कि कोई दलित उनके सामने मंहगी बाइक चलाए।

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बहरहाल, 13 फरवरी को पुलिस ने तीनों आरोपियों विनोथ कुमार (21) , ए अथीश्वरन (22) और एम वेल्लारसु (21) शामिल हैं को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं पुलिस ने मामले को भारतीय न्याय संहिता की धारा 294(बी) अश्लील सामग्री का उत्पादन, धारा(126 )किसी व्यक्ति को बिना उसकी सहमति के रोकना, कमरे में बंद करना, या सड़क पर चलने से रोकना, धारा 118(1) किसी व्यक्ति को जान-बूझकर खतरनाक हथियार से चोट पहुंचाना और धारा 351(3) किसी व्यक्ति को जान से मारने या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी देने तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज किया है। हालाँकि, पुलिस ने दावा किया कि हमला सिर्फ बाइक के कारण नहीं हुआ। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अय्यासामी और अतीश्वरन के बीच पहले से ही एक विवाद था।

बताते चलें कि ऐसा ही एक मामला बीते साल नवंबर महिने में बिहार के खगड़िया से भी सामने आया था। जहाँ 19 साल के दलित युवक की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई थी क्योंकि वह अच्छा खाना खाता था, अच्छे कपड़े पहनता था और बुलेट पर चलता था..।

 

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