दिल्ली चुनाव 2025: DTC बसों की कमी पर केजरीवाल सरकार पर सवाल, महिलाओं के मुफ्त यात्रा के दावों पर उठे सवाल

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दिल्ली चुनाव 2025 में भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर डीटीसी बसों की घटती संख्या और महिलाओं की मुफ्त यात्रा योजना के वादों को लेकर सवाल उठाए हैं। भाजपा का आरोप है कि 2015 से 2024 तक दिल्ली सरकार ने अपने बजट से नई बसें नहीं खरीदीं, जिससे महिलाओं को घंटों इंतजार और असुविधा झेलनी पड़ती है। भाजपा ने इसे “घोषणाओं की राजनीति” करार देते हुए दावा किया कि केंद्र सरकार के प्रयासों के बिना दिल्ली की परिवहन व्यवस्था और खराब होती। पार्टी ने इसे जनता को गुमराह करने वाला वादा बताया।

Delhi Politics: दिल्ली चुनाव 2025 के बीच आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। नई दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को खुली चिट्ठी लिखते हुए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बसों की घटती संख्या पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वर्मा ने पूछा कि 2015 से लेकर 2024 तक केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के बजट से कितनी नई बसें खरीदीं। उन्होंने इस पर भी निशाना साधा कि महिलाओं के लिए “लेडीज स्पेशल” बसें शुरू करने की घोषणाएं तो की गईं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नजर नहीं आता। भाजपा ने जोर देकर कहा है कि महिलाओं को मुफ्त यात्रा का अधिकार देने की बातें सिर्फ चुनावी वादे बनकर रह गईं।

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“केवल केंद्र सरकार के भरोसे चल रही बसें”

भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि दिल्ली में जो नई लो-फ्लोर बसें हाल ही में जोड़ी गई हैं, वे केंद्र सरकार के प्रयासों का नतीजा हैं, जबकि आप सरकार ने दिल्ली के बजट से एक भी डीटीसी बस नहीं खरीदी। दिल्ली सरकार ने हर बार अपनी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन वे केवल कागजों तक सीमित रहे। भाजपा के अनुसार, केजरीवाल सरकार ने 10 साल के कार्यकाल में महिलाओं को मुफ्त यात्रा देने का जो वादा किया, वह इस वजह से अधूरा रह गया क्योंकि बसों की संख्या घटती गई।

डीटीसी बसों की संख्या में भारी गिरावट: महिलाओं को हो रही असुविधा

आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में डीटीसी बसों की संख्या साल दर साल घट रही है। इसके चलते महिलाएं मुफ्त यात्रा का लाभ उठाने के लिए घंटों इंतजार करती हैं, और कई बार उन्हें खचाखच भरी बसों में सफर करने पर मजबूर होना पड़ता है। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि केजरीवाल सरकार ने परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने के बजाय केवल घोषणाएं करके जनता को भ्रमित किया है। हकीकत में न तो महिलाओं को मुफ्त यात्रा का पूरा लाभ मिल रहा है और न ही नई बसों का इंतजार खत्म हो रहा है।

“घोषणाओं की राजनीति से नहीं बदलती हकीकत”

भाजपा ने जनता के बीच प्रचार करते हुए कहा है कि केजरीवाल सरकार की नीयत केवल वोट बैंक की राजनीति करना है। हर चुनाव से पहले नई घोषणाएं करना और पुरानी योजनाओं का बखान करना आम आदमी पार्टी की रणनीति बन चुकी है। लेकिन जब बात धरातल पर काम करने की आती है, तो उनके वादे खोखले साबित होते हैं। महिला सुरक्षा और सुविधा के नाम पर वादे किए जाते हैं, लेकिन न बसों की संख्या बढ़ाई जाती है और न ही महिलाओं को यात्रा में सहूलियत मिलती है।

अन्य पार्टियों पर भी हमला: कांग्रेस और आप एक जैसे

भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया है। उनका कहना है कि कांग्रेस और आप सरकार में कोई अंतर नहीं है। दोनों ही पार्टियों की प्राथमिकता जनता के कल्याण के बजाय अपनी राजनीति चमकाना है। कांग्रेस के समय भी दिल्ली में परिवहन व्यवस्था चरमराई हुई थी, और अब आप सरकार में भी स्थिति सुधरी नहीं है। भाजपा ने दावा किया कि केवल उनकी पार्टी ने दिल्ली को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए हैं, जबकि अन्य पार्टियां केवल “लोकलुभावन राजनीति” करती रही हैं।

जनता का आक्रोश: केजरीवाल सरकार की विफलता

चुनाव प्रचार के दौरान जनता में भी इस मुद्दे पर नाराजगी देखने को मिल रही है। कई महिलाओं ने शिकायत की है कि उन्हें मुफ्त यात्रा का लाभ उठाने के लिए बसों की कमी से जूझना पड़ता है। जिन बसों में जगह मिलती है, वे अक्सर खचाखच भरी होती हैं, जिससे महिलाओं की यात्रा सुरक्षित और आरामदायक नहीं रह जाती। भाजपा नेताओं का कहना है कि जनता अब केजरीवाल सरकार के खोखले वादों को समझ चुकी है और आगामी चुनाव में उन्हें इसका जवाब देगी।

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चुनावी वादे या असल सुधार?

दिल्ली में विधानसभा चुनाव का माहौल गरमा गया है, और इस बार महिलाओं की मुफ्त यात्रा का मुद्दा केंद्र बिंदु बनता नजर आ रहा है। भाजपा ने इसे बड़े चुनावी मुद्दे के रूप में उठाया है और जनता को यह समझाने की कोशिश की है कि केजरीवाल सरकार ने केवल घोषणाएं कीं, लेकिन सुविधाएं देने में विफल रही। क्या यह चुनावी वादा एक बार फिर से केवल राजनीतिक दांव-पेच बनकर रह जाएगा, या फिर जनता इस बार सच और झूठ के बीच फर्क करेगी? यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे।

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