ENVIRONMENT: दुनिया के किस हिस्से में हैं सबसे कम पेड़ और भारत में कितनी है पेड़ों की संख्या ? जानिए

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भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में पेड़ों की कमी एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दा है। लेकिन पाकिस्तान में, पेड़ों की कमी की समस्या और भी गंभीर हो सकती है, क्योंकि वहां प्रति व्यक्ति पेड़ की संख्या बहुत कम है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि भारत में प्रति व्यक्ति कितने पेड़ हैं और अन्य देशों के मुकाबले भारत के हालत कैसे है? साथ ही ये भी जानते हैं कि दुनिया के किन देशों की हालत सबसे सही और किन देशों की स्थिति सबसे खराब है?

पेड़ हमारे लिए बेहद जरूरी है. लेकिन, क्या आपने कभी ये सोचा है कि आखिर दुनिया में उतने पेड़ बचे हैं, जितने की हमें जरूरत है. दरअसल, दुनिया के कुछ देश तो ऐसे भी हैं, जहां प्रति व्यक्ति एक पेड़ भी नहीं बचा है और भारत भी इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि भारत में प्रति व्यक्ति कितने पेड़ हैं और अन्य देशों से मुकाबले भारत के हालत कैसे है? साथ ही ये भी जानते हैं कि दुनिया के किन देशों की हालत सबसे सही और किन देशों की स्थिति सबसे खराब है?

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पूरी दुनिया में आज कितने पेड़ हैं?

विश्व के कुल पेड़ों की संख्या लगभग 3 ट्रिलियन है, और यदि इस संख्या के हिसाब से अनुमान लगाया जाए तो दुनिया में हर व्यक्ति के हिसाब से 400 पेड़ हैं. हालांकि, यह आंकड़ा विभिन्न देशों और क्षेत्रों में भिन्न होता है। जैसे साउथ अमेरिका, विशेषकर अमेज़न रेनफॉरेस्ट, वास्तव में पृथ्वी के पेड़ों का एक बड़ा हिस्सा समेटे हुए है। अनुमानित 15-20% पेड़ इसी क्षेत्र में पाए जाते हैं। इसी तरह, कनाडा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में पेड़ हैं .

सबसे ज्यादा पेड़ कहां हैं 

कनाडा में प्रति व्यक्ति सबसे अधिक पेड़ हैं। कनाडा की विशाल वनों और ग्रीनरी के कारण वहाँ के निवासियों के हिस्से में 9000 पेड़ होते हैं। यह पेड़ न केवल वहां की जलवायु को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, बल्कि वायुमंडल में ऑक्सीजन की आपूर्ति और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को भी नियंत्रित करते हैं

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सबसे कम कहां है पेड़?

विश्व के विभिन्न हिस्सों में पेड़ों की संख्या में काफी अंतर है। जहाँ कनाडा में प्रति व्यक्ति हजारों पेड़ होने के बावजूद, कुछ देशों में प्रति व्यक्ति पेड़ों की संख्या काफी कम है। जैसे यूएई और जॉर्डन जैसे देशों में प्रति व्यक्ति एक पेड़ से भी कम होते हैं। वही मिडल ईस्ट में जैसे उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान, और इराक में पेड़ों की संख्या कुछ बेहतर है, लेकिन फिर भी ये आंकड़े सीमित हैं। जैसे उज्बेकिस्तान में प्रति व्यक्ति 4, अफगानिस्तान में 12, इराक में केवल 15 ही पेड़ बचे हैं.

पाकिस्तान के हालात भारत से खराब

पाकिस्तान और भारत दोनों देशों में पेड़ों की कमी एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दा है। लेकिन पाकिस्तान में, पेड़ों की कमी की समस्या और भी गंभीर हो सकती है, क्योंकि वहां प्रति व्यक्ति पेड़ की संख्या बहुत कम है। रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान में हर व्यक्ति के लिए औसतन केवल 5 पौधे हैं, जो कि काफी कम है।

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भारत में क्या है स्थिति?

भारत में प्रति व्यक्ति पेड़ों की संख्या बढ़ाना पर्यावरणीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट (ISFR) के अनुसार, भारत का वन क्षेत्र बढ़ रहा है, जो सकारात्मक संकेत है। 2019 से 2021 तक वन कवर में 1540 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है, जो देश के कुल क्षेत्रफल का 21.71% है। इस वृद्धि से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को नियंत्रित करने और जैव विविधता को संरक्षित करने में मदद मिलेगी।

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