पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर बीजेपी के निर्देशन वाली राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। मायावती ने कहा कि देश को विकास की पटरी पर लाने के लिए सरकार को ध्यान देना चाहिए। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस व दूध आदि जैसी रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं की कीमतें दिन-प्रतिदिन जनता को त्रस्त कर रही है।
मायावती ने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि “देश में पेट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस व दूध आदि जैसी रोज़मर्रा की ज़रूरी वस्तुओं की क़ीमतें जिस प्रकार से लगातार बढ़ रही हैं उससे महंगाई आसमान छूकर यहाँ के लोगों का जीवन दुःखी व त्रस्त कर रही हैै, फिर भी सरकारें इसके प्रति गंभीर व चिन्तित नहीं हैं, क्यों? यह अति-दुःखद।”
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, “देश में हर तरफ छाई ग़रीबी, बेरोज़गारी व महंगाई आदि की समस्या से प्रभावी तौर पर निपटने के लिए केन्द्र व राज्य सरकारों को भी अपनी पूरी शक्ति व संसाधन इसके निदान में लगा देना ज़रूरी, ताकि देश को निराशा के माहौल से निकाल कर ‘विकास’ को सही पटरी पर लाया जा सके।”
2. देश में हर तरफ छाई ग़रीबी, बेरोज़गारी व महंगाई आदि की समस्या सेे प्रभावी तौर पर निपटने के लिए केन्द्र व राज्य सरकारों को भी अपनी पूरी शक्ति व संसाधन इसके निदान में लगा देना ज़रूरी, ताकि देश को निराशा के माहौल से निकाल कर ’विकास’ को सही पटरी पर लाया जा सके। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 11, 2021
गौरतलब है कि केंद्र सरकार अभी तक पेट्रोल-डीजल पर 12 बार एक्साइज ड्यूटी बड़ा चुकी है। 2021 से केंद्र सरकार एक लीटर पेट्रोल खरीद पर 33 रु और डीजल पर 32 रु का टैक्स वसूल रही है। बता दें कि उत्तरप्रदेश और दिल्ली सहित कई राज्यो में पेट्रोल के दाम 100 रु पति लीटर पर हो गया है और कीमतों में बढ़ोत्तरी लगातार देखने को मिल रही है।
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