उत्तरप्रदेश के फतेहपुर के जाफरगंज थाना के अंतर्गत गाँव लक्ष्मनपुर, बुधौली में यादवों द्वारा परेशान करने पर दलित महिला को अपना घर छोड़ना पड़ा। महिला गांव के यादवों से करीब दो महीने से परेशान थी। थाने से लेकर एसपी ऑफिस और आईजीआरएस तक शिकायत दी, जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो दलित महिला अपने बच्चों को लेकर घर छोड़कर अपने माता-पिता के घर चली आई।
महिला गांव में अपने चार बच्चों के साथ रहती थी। महिला का पति परदेश में प्राइवेट नौकरी करता है। महिला मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन पोषण करती है। महिला के पड़ोसी विजय यादव, रामसिंह और रामकिशोर सहित एक अन्य पर आरोप लगाया है कि वह शराब पीकर पिछले महीने की आठ अगस्त को रात में महिला के घर घुस आए। जिसके बाद पूरे प्रकरण की शिकायत महिला ने थाने में करी।
महिला ने आईजीआरएस में भी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद अगले दिन पुलिस ने आकर समझौता करवा दिया था। पीड़ित महिला ने बातया कि करीब 20 दिन बाद वही विजय यादव अपने दो साथियों के साथ रात 11 बजे अचानक घर में घुस आया और उसके साथ छेड़खानी करने लगा साथ ही जबरदस्ती करने का प्रयास भी किया। जब मैंने विरोध किया तो तमंचा निकालकर जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित दलित महिला ने बताया कि नौ अगस्त 2021 को इसकी शिकायत आईजीआरएस में दी थी। इसके बाद 29 अगस्त 2021 को जाफरगंज थाने में लिखित शिकायत दी। 31 अगस्त 2021 को एसपी ऑफिस में भी लिखित शिकायत की थी, लेकिन कहीं से कोई सहायता नहीं मिली। अंत मे महिला ने दबंगों से जान बचाने के लिए अपना घर छोड़ना ही उचित समझा और अपने बच्चों के साथ अपने माता-पिता के घर चली आई। अब एक महीने से महिला अपने पिता के घर में रह रही है।
इस पूरे मामले पर थानाध्यक्ष केशव वर्मा ने बाताया कि महिला ने विजय यादव के खिलाफ शिकायत की थी। वह अस्वस्थ स्थिति में था जिसके कारण उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका। गिरफ्तारी के बाद जो उचित कार्रवाई होगी वह की जाएगी। जाफरगंज सीओ सर्किल दिनेश मिश्रा ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। जल्द ही इसकी जानकारी लेकर जो भी उचित कार्रवाई होगी वो की जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
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