Barabanki| कौन कहता है आसमान में छेद नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों.. दुष्यंत कुमार की ये पंक्ति बिल्कुल सटीक बैठती हैं […]
Barabanki| कौन कहता है आसमान में छेद नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों.. दुष्यंत कुमार की ये पंक्ति बिल्कुल सटीक बैठती हैं […]