Swine flu: तेजी से बढ़ रहा स्वाइन फ्लू का प्रकोप ! स्वास्थ्य विभाग ने जिलों को अलर्ट मोड में डाला

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देश के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू  का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिससे प्रदेश में चिंता और संकट बढ़ गया है।   विशेष रूप से पंजाब, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, और महाराष्ट्र में। इन राज्यों में स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू की रोकथाम और इलाज के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है।

Health: छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू (एच1एन1) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिससे प्रदेश में चिंता और संकट बढ़ गया है। हाल ही में 14 नए मामलों की पुष्टि के साथ, संक्रमितों की कुल संख्या 300 से ऊपर पहुंच चुकी है। इस बीमारी के कारण अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें सबसे अधिक जानें बिलासपुर जिले में गई हैं। स्वाइन फ्लू की रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि स्वास्थ्य विभाग को विशेष कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।

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पिछले 20 दिनों में 144 नए मरीज सामने आए

प्रदेश भर में स्वाइन फ्लू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। बिलासपुर जिले में, पिछले 20 दिनों में 144 नए मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 7 की मौत हो चुकी है। महासमुंद जिले में भी स्वाइन फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है, जहां एक मरीज की मौत हो चुकी है और अन्य 4 मरीजों का इलाज चल रहा है। दुर्ग जिले में भी स्वाइन फ्लू के चार मामले सामने आए हैं, जिनमें से 13 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं और 4 लोगों की मौत हो चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग ने जिलों को अलर्ट मोड में डाल दिया

स्वास्थ्य विभाग ने इन बढ़ते मामलों को देखते हुए सक्रिय कदम उठाए हैं, जिसमें मेडिकल कॉलेजों में विशेष वार्ड और आईसीयू सेंटर की स्थापना शामिल है। इसके अतिरिक्त, संक्रमित व्यक्तियों की कांटैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है और लोगों को स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए सलाह दी जा रही है। स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों को अलर्ट मोड में डाल दिया है, और स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह से सजगता बढ़ा दी है।

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लोगों से अपील की जा रही है

प्रदेश में स्वाइन फ्लू की स्थिति को देखते हुए, लोगों से अपील की जा रही है कि वे स्वच्छता बनाए रखें और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन करें। बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए टीकाकरण और सार्वजनिक जागरूकता अभियान भी तेज कर दिए गए हैं।

स्वाइन फ्लू का विभिन्न राज्यों में बढ़ा प्रकोप

पंजाब, यूपी, पश्चिम बंगाल, और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ता जा रहा है। इन राज्यों में स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरतने और नियंत्रण उपायों को सक्रिय किया है। स्वाइन फ्लू के मामलों की बढ़ती संख्या और इससे होने वाली मौतों के चलते, प्रदेशों में स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ गया है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जागरूकता अभियान, टीकाकरण, और स्वच्छता बनाए रखने के उपायों को बल दिया जा रहा है।

ये है स्वाइन फ्लू के लक्षण

स्वाइन फ्लू (एच1एन1) के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से शुरू होते हैं, लेकिन कुछ दिन बाद लक्षण गंभीर हो सकते हैं। शुरुआत में, संक्रमित व्यक्ति को सर्दी, खांसी, और हल्का बुखार होता है। इसके बाद, सिरदर्द, हाथ-पैरों में दर्द, और खांसी की तीव्रता बढ़ जाती है। बुखार के साथ, खांसी इतनी गंभीर हो सकती है कि सांस लेना मुश्किल हो सकता है। यह संक्रमण हवा के माध्यम से फैलता है, जब एक संक्रमित व्यक्ति छींकता है या खांसता है, तो वायरस हवा में फैल जाता है और दूसरों को संक्रमित कर सकता है। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए, मास्क पहनना और संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना महत्वपूर्ण है, जैसे कि कोरोना से बचाव के उपाय।

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इस तरह फैलता है ये वायरस

स्वाइन फ्लू वायरस, जिसे अफ्रीकन स्वाइन फीवर नामक वायरस के जरिए फैलता है, अत्यधिक संक्रामक और घातक होता है। यह मुख्य रूप से सुअरों में पाया जाता है, जो बुखार, दस्त, उल्टी, और त्वचा पर लाल चकत्ते से प्रभावित होते हैं। इस वायरस की संक्रांति इतनी तीव्र होती है कि संपर्क में आने वाले अन्य सुअर भी जल्दी बीमार हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त, बुखार के साथ एनोरेक्सिया, भूख की कमी, त्वचा में रक्तस्राव, उल्टी, और दस्त जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।

कंट्रोल कैसे करें

अफ्रीकन स्वाइन फ्लू वायरस के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए, प्रभावित क्षेत्र के एक किलोमीटर दायरे में मौजूद सभी सुअरों को मार दिया जाता है। इस उपाय से अन्य सुअरों को संक्रमण से बचाने की कोशिश की जाती है और बीमारी के फैलाव को रोकने में मदद मिलती है।

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