पंजाब : BKU नेता ने दलित युवकों को बेरहमी से पीटा, SC, ST एक्ट में दर्ज मामला, BKU ने की निष्पक्ष जांच की मांग

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पीड़ित दलित युवक हरजीत सिंह ने बताया कि जब BKU नेता मनजीत सिंह घरोच (जो अब पुलिस हिरासत में हैं) जब उन्हें और उनके साथी अमन को बेरहमी से पीट रहा था तब उसके द्वारा उन्हें जातिसूचक गालियां भी दी गयी।

 

BKU Leader Physically Harasses Dalit Youths in Sangrur Punjab: पंजाब के संगरूर में दो दलित युवकों के साथ बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। दलित युवकों को पीटना वाले भारतीय किसान यूनियन (BKU) उगराहां का नेता मनजीत सिंह घरोच है। मामले सानने आने के बाद खुद यूनियन नेताओं ने आरोपी मनजीत सिंह को संगरूर पुलिस के हवाले कर दिया। बता दें कि बीते दिनों इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद पुलिस हरकत में आई थी

क्या थी घटना :

सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें BKU नेता मनजीत सिंह घरोच दो युवकों को लाठी के साथ बेरहमी से पीट रहे हैं। पीड़ित युवक दलित समुदाय से हैं और मजदूरी करते हैं। दलित युवको के साथ मारपीट का ये भयानक वीडियो पंजाब के संगरूर का है। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। जानकारी के मुताबिक इस गंभीर घटना के बाद बीकेयू के नेताओं ने खुद मनजीत सिंह को संगरूर डीएसपी मनोज गोरसी के हवाले कर दिया। बता दें कि घटना के बाद, दोनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें कई फ्रैक्चर भी आए हैं।

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जातिवाद का मामला :

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित दलित युवक हरजीत सिंह ने बताया कि जब BKU नेता मनजीत सिंह घरोच (जो अब पुलिस हिरासत में हैं) जब उन्हें और उनके साथी अमन को बेरहमी से पीट रहा था तब उसके द्वारा उन्हें जातिसूचक गालियां भी दी गयी। बहरहाल आरोपी मनजीत सिंह पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने पीड़ित मनजीत सिंह और अमन की शिकायत के आधार पर IPC की धारा 341, 323, 325, 148 और 149 तथा एससी/एसटी एक्ट-1989 (संशोधन 2022) की धारा 3 (आई) (एक्स) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

आरोपी मनजीत घरोच को पुलिस को सौंपते BKU नेता (Image credit : Dainik Bhaskar)

 

BKU ने मामले पर क्या कहा:

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मनजीत सिंह द्वारा दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई के बाद खुद BKU के नेताओं ने आरोपी को पुलिस के हवाले किया। वहीं दर्ज मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीकेयू (उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने मनजीत सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर से एससी/एसटी एक्ट की धारा 3 (I) (X) को रद्द करने की मांग की है। उनका तर्क है कि इस धारा का गलत उपयोग किया जा रहा है और इससे मामले का सही समाधान नहीं हो पाएगा। हालांकि पीड़ित युवकों के बयान के मुताबिक पुलिस ने Sc, St एक्ट में मामला दर्ज किया है।

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गंभीरता से हो जांच :

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीकेयू के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां का दावा है कि पहले दलित युवकों ने मनजीत सिंह के बेटे पर हमला किया था, जिसके बाद यह विवाद बढ़ गया। उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह को पुलिस के हवाले करने का निर्णय इसलिए लिया गया ताकि इस मामले का गलत फायदा न उठाया जा सके और इसे मजदूर बनाम किसान विवाद न बनाया जा सके। मामले में निष्पक्ष जांच की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, पुलिस से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और निष्पक्ष रूप से जांच करें ताकि दोषियों को सजा मिल सके और निर्दोष लोगों को राहत मिले।

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