उचाना में चुनावी माहौल बेहद गरम होने वाला है, क्योंकि INLD से अभय सिंह चौटाला और JJP से उनके भतीजे दुष्यंत चौटाला एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यानी इस चुनाव में चाचा-भतीजा आमने सामने है ।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की सुगबुगाहट के बीच सियासी रणभूमि पर हलचल तेज हो गई है, और सभी प्रमुख पार्टियाँ अपने-अपने तरीके से चुनावी रणनीति तैयार कर रही हैं। इस राजनीतिक घमासान में बीजेपी, कांग्रेस, बसपा, इनेलो, और जननायक जनता पार्टी (JJP) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश भर में हर पार्टी अपने नेताओं के प्रचार-प्रसार में लगी हुई है, और प्रत्येक दल ने चुनावी मैदान में अपनी बिसात बिछा दी है।
इसे देखें : Andhra Pradesh: दलित महिला को खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटा, दलित संगठनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
उचाना में 25 सितंबर को मायावती आएंगी
इसी बीच, इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की जयंती 25 सितंबर को जींद के उचाना हलके में मनाई जाएगी। इस मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, जो इस समारोह की राजनीतिक महत्वता को और बढ़ा देती है।
इनेलो और बसपा के गठबंधन की ताकत
मायावती की उपस्थिति और उनके संबोधन से इनेलो और बसपा के गठबंधन को एक नई ताकत और रणनीतिक मजबूती मिलने की संभावना है। इस रैली के माध्यम से दोनों दल अपने राजनीतिक संदेश को व्यापक जनसमूह तक पहुँचाने का प्रयास करेंगे, और यह रैली उनके चुनावी अभियान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।
चुनावी माहौल में इस रैली का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह उन पार्टियों के लिए एक मजबूत राजनीतिक मोर्चा पेश करने का अवसर प्रदान करती है, जो वर्तमान सरकार की नीतियों और वादों के खिलाफ खड़ी हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही हैं, हरियाणा की राजनीति में इस रैली का असर स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा, और यह तय करेगा कि आगामी चुनावों में किस पार्टी की जीत होगी और कौन अपने राजनीतिक एजेंडे को सफलतापूर्वक लागू करने में सक्षम रहेगा।
उचाना में चाचा-भतीजा आमने-सामने
उचाना में चुनावी माहौल बेहद गरम होने वाला है, क्योंकि इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और जननायक जनता पार्टी (JJP) से चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं। INLD से अभय सिंह चौटाला और JJP से उनके भतीजे दुष्यंत चौटाला एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह मुकाबला इसलिए खास है क्योंकि दोनों नेता एक ही परिवार से आते हैं और हरियाणा की राजनीति में उनकी गहरी जड़ें हैं। दोनों ही पार्टियों के समर्थक इस चुनाव को बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं, और इससे उचाना की सीट पर चुनावी तनाव और प्रतिस्पर्धा चरम पर पहुंच गई है।
इसे देखें : “राहुल गांधी के बयान के खिलाफ दलित समुदाय का ‘जूते मारो आंदोलन”, रामदास अठावले ने जताई नाराजगी
राजनीति में इन परिवारों का गहरा प्रभाव है
हरियाणा की राजनीति में देवीलाल, बंसीलाल, और भजनलाल परिवारों का गहरा प्रभाव रहा है, और इस बार विधानसभा चुनाव 2024 में इन परिवारों के 12 सदस्य अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। देवीलाल परिवार से सात, बंसीलाल परिवार से दो, और भजनलाल परिवार से तीन सदस्य चुनावी मैदान में हैं। खास बात यह है कि कई सीटों पर इन परिवारों के सदस्य एक-दूसरे के खिलाफ ही खड़े हैं। देवीलाल परिवार के सदस्य इनेलो और जेजेपी से ताल ठोक रहे हैं, जबकि बंसीलाल और भजनलाल परिवार के सदस्य कांग्रेस और बीजेपी से जुड़े हुए हैं, जिससे चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।