उतरप्रदेश में गढ़ क्षेत्र के अक्खापुर गांव में एक राशन डीलर ने शिकायत करने पर दलित उपभोक्ता ब्रजपाल को जातिसूचक गालियां दीं, मारपीट की, और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गढ़ क्षेत्र के गांव अक्खापुर में राशन डीलर द्वारा दलित उपभोक्ता के साथ मारपीट और अभद्रता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पीड़ित ब्रजपाल ने कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि डीलर ने न केवल उसे जातिसूचक शब्द कहे बल्कि भविष्य में जान से मारने की धमकी भी दी। यह घटना क्षेत्र में चर्चा और आक्रोश का विषय बन गई है।
घटना का विवरण
ब्रजपाल ने बताया कि उसने राशन डीलर की अनियमितताओं को लेकर संपूर्ण समाधान दिवस में एसडीएम और पूर्ति निरीक्षक के सामने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में डीलर द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी और पात्र लोगों को उनका अधिकार न देने की बात कही गई थी।
जेल में आजम खान से मिले चंद्रशेखर, बोले- हम लड़ाई लड़ेंगे और अकेला नहीं छोड़ेंगे
शिकायत के बाद जब डीलर को इसकी जानकारी हुई, तो वह बुरी तरह गुस्से में आ गया। आरोप है कि डीलर ने ब्रजपाल को अपने घर के पास रोका, उसके साथ मारपीट की, जातिसूचक शब्द कहे और धमकी दी कि यदि उसने अपनी शिकायत वापस नहीं ली, तो वह उसे जान से मार देगा।
पुलिस का बयान
कोतवाली के इंस्पेक्टर नीरज कुमार ने बताया कि ब्रजपाल की तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, “तहरीर की पुष्टि और सबूतों के आधार पर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है।”
ग्रामीणों में रोष
घटना के बाद से अक्खापुर गांव में गुस्से और भय का माहौल है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब डीलर ने अपनी दबंगई दिखाई हो। डीलर के खिलाफ पहले भी शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
दलित उपभोक्ता पर हमला, जातिसूचक गालियां और धमकी
गांव के एक बुजुर्ग ने कहा, “राशन डीलर लंबे समय से अपने पद का दुरुपयोग कर रहा है। गरीब और दलित समुदाय के लोगों को उनका हक नहीं मिल रहा। जब भी कोई शिकायत करता है, तो उसे धमकाया जाता है।”
पीड़ित की अपील
ब्रजपाल ने प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों से मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और न्याय दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा, “डीलर की धमकियों के चलते मेरा और मेरे परिवार का जीना मुश्किल हो गया है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वह किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है।”
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।