जेल में समाजवादी पार्टी के नेता अब्दुल्ला आज़म से मिले चंद्रशेखर आजाद, कहा- सड़क से संसद तक लड़ी जाएगी ये लड़ाई

Share News:

चंद्रशेखर आजाद ने हरदोई जेल में अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की और उनकी बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि आजम परिवार से उनका रिश्ता राजनीतिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत है। सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अब्दुल्ला के खिलाफ साजिश हुई, तो आजाद समाज पार्टी सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेगी।

आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को हरदोई जेल में सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की। इस मुलाकात में चंद्रशेखर का समर्थन और उनकी बातों में सच्चे भाईचारे का अहसास झलक रहा था। चंद्रशेखर ने कहा कि उनके और आजम परिवार के रिश्ते राजनीतिक से अधिक व्यक्तिगत हैं। जब भी वे किसी कठिनाई में पड़े हैं, आजम परिवार का साथ हमेशा मिला है। अब्दुल्ला आजम को जेल में देखने की उनकी यह यात्रा भी इसी रिश्ते की मजबूती का प्रतीक है। उन्होंने इस दौरान कहा कि अब्दुल्ला को देखने पर उन्हें महसूस हुआ कि वे एक बहादुर इंसान हैं, जो पूरी ताकत से अन्याय के खिलाफ खड़े हैं।

सरकार को चेतावनी: अगर साजिश हुई, तो होगा ईंट से ईंट का जवाब

चंद्रशेखर ने अब्दुल्ला के मुकदमे की जांच की है और मीडिया के माध्यम से सरकार तक अपना संदेश पहुँचाया। उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला के मामले में सत्ताधारी दल ने दमनकारी नीति अपनाई है, और तमाम लोग चुपचाप तमाशा देख रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार अब्दुल्ला के खिलाफ किसी तरह की साजिश रचती है, तो आजाद समाज पार्टी और उसके कार्यकर्ता इसका करारा जवाब देंगे। सत्ता का दुरुपयोग और झूठे मुकदमे से किसी को दबाने की कोशिश को चंद्रशेखर और उनकी पार्टी ने अन्याय करार दिया।

इतिहास का काला अध्याय: एक ऐसा कानून जिसने इतिहास के पन्नों को शर्मसार किया, ऐसा ना करने पर काटें जाते थे महिलाओं के स्तन

सड़क से संसद तक जारी रहेगी लड़ाई

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह लड़ाई अब व्यक्तिगत नहीं रही, बल्कि इसे सड़क से लेकर संसद तक पहुंचाया जाएगा। वे इस मामले को अकेले नहीं छोड़ेंगे और हर संभव तरीके से आजम परिवार के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक समय है, जिसमें सत्ता का दमन और असहमति रखने वालों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चंद्रशेखर का मानना है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का मामला है, और आने वाले समय में उनकी पार्टी सत्ता में आने पर उन अधिकारियों और नेताओं पर भी ध्यान देगी, जिन्होंने फर्जी मामलों का सहारा लेकर जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया है।

अब्दुल्ला की हिम्मत और संघर्ष को सलाम

मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में चंद्रशेखर ने अब्दुल्ला की बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि जेल में बंद होने के बावजूद, अब्दुल्ला की आँखों में न तो निराशा थी, न ही डर। उनके भीतर एक अलग प्रकार की ताजगी और साहस दिखाई दिया। चंद्रशेखर ने कहा कि यह देखना महत्वपूर्ण है कि एक युवा, जो निर्दोष है, जेल में रहते हुए भी किसी प्रकार की निराशा को अपने पास नहीं आने देता। उन्होंने इसे एक सामाजिक लड़ाई करार दिया, जिसमें न्याय और मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ अब्दुल्ला आजम जैसे बहादुर लोगों का साथ आजाद समाज पार्टी हमेशा देगी।

कर्नाटक में पहली बार दलितों को मिली मंदिर एंट्री, नाराज ऊंची जाति के लोग मूर्ति लेकर चले गए

जनता के लिए अपील और एकजुटता का संदेश

चंद्रशेखर ने मीडिया से बातचीत करते हुए जनता से अपील की कि वे इस लड़ाई में उनका साथ दें। उन्होंने कहा कि जब तक अन्याय के खिलाफ सभी एकजुट नहीं होंगे, तब तक ऐसे मामलों में बदलाव संभव नहीं है। चंद्रशेखर ने यह स्पष्ट किया कि यह लड़ाई सिर्फ आजम परिवार के लिए नहीं, बल्कि समाज के हर उस व्यक्ति के लिए है जो दमन का शिकार हो रहा है।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *