लखनऊ ब्यूरो: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में स्थित लुलु मॉल (Lulu Mall) का उद्घाटन कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने किया था. इस मॅाल को शुरु हुए अभी एक सप्ताह भी नही हुआ कि लुलु मॅाल विवादों में फसता हुआ नजर आ रहा है. लुलु मॉल में कल नमाज पढ़े जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने यहां सुंदरकांड का पठने का ऐलान किया था. हिंदू महासभा की तरफ से ये कहा गया था कि लुलु मॉल में जिस स्थान पर नमाज पढ़ी गई है. उसी स्थान पर आज शाम 6 बजे सुंदरकांड का पाठ करेंगे.
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 जुलाई को लखनऊ स्थित लुलु मॉल का उद्घाटन किया था. आपको बता दें कि 13 जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ते हुए नजर आ रहे है. इस पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा सहित अन्य हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यहां मॉल के नाम पर मस्जिद बनाई गई है.
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विवाद सुलझाने में जुटा मॉल प्रबंधन
इस विवाद पर लुलु मॉल के जनरल मैनेजर समीर वर्मा ने कहा कि मॉल में नमाज पढ़ने वाले हमारे कर्मचारी नही थे. हमने इस बात की अच्छे से जांच पड़ताल करा ली है. मॅाल में लगे सीसीटीवी कैमरों से नमाज पढ़ने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और दोबारा इस तरह की घटना को हम होने नही देंगे.
महंत राजू दास ने लगाए गंभीर आरोप
लुलु मॉल का विवाद इतना बढ़ गया कि अब इस मामले में हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास का बयान सामाने आया है. उन्होंने कहा कि लुलु मॉल एशिया का सबसे बड़ा मॉल है. लेकिन यहां पर 80 प्रतिशत मुस्लिम समाज के लोग काम कर रहे है जबकि 20 प्रतिशत हिंदू भाई बहनों को काम पर रखा गया है. इसके अलावा महंत राजू ने कहा कि जिस तरह से मॉल में नमाज अदा की गई है. हम भी उसी तरह हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
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