UP Assembly Election 2022: उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आते-आते पार्टियों ने एक दूसरे पर वार पलटवार शुरू कर दिया है। शुक्रवार सुबह बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके विरोधी पार्टी सपा पर तंज कसा है। मायावती का कहना है कि सपा घोर दलित विरोधी है इसलिए कोई भी बड़ी पार्टी इनसे गठबंधन के लिए तैयार नहीं है। इसी वजह से उन्हें छोटे दलों का सहारा लेना पड़ रहा है।
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा “समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व ख़ासकर दलित विरोधी सोच एवं कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियाँ चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है।”
उन्होंने आगे लिखा “इसीलिए आगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव अब यह पार्टी किसी भी बड़ी पार्टी के साथ नहीं बल्कि छोटी पार्टियों के गठबंधन के सहारे ही लड़ेगी। ऐसा कहना व करना सपा की महालाचारी नहीं है तो और क्या है?”
2. इसीलिए आगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव अब यह पार्टी किसी भी बड़ी पार्टी के साथ नहीं बल्कि छोटी पार्टियों के गठबंधन के सहारे ही लड़ेगी। ऐसा कहना व करना सपा की महालाचारी नहीं है तो और क्या है? 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 2, 2021
बता दें कि मार्च महीने में मुरादाबाद के एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने यह साफ कर दिया था कि आगामी विधानसभा चुनाव में सपा किसी बड़ी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। छोटे-छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा। अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में माना था कि बड़े दलों के साथ गठबंधन पार्टी के लिए फायदेमंद नहीं रहा है, यही कारण है कि इस बार इन दलों के साथ गठबंधन नहीं किया जाएगा। छोटे और स्थानीय दलों को ज्यादा महत्व दिया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जहाँ सुधार की गुंजाइश होगी वहां सुधार भी किया जाएगा।