एएमयू में एससी-एसटी आरक्षण पर क्या बोल गए सीएम योगी आदित्यनाथ ?

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संविधान और मंडल कमीशन दलित, पिछड़ों के लिए आरक्षण की व्यवस्था करता है तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उन्हें आरक्षण क्यों नहीं मिलता। अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों को भी यहाँ आरक्षण मिलना चाहिए।

 

Aligarh muslim university: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर दिए गये सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जमकर विरोध कर रहें हैं। शनिवार 9 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ की खेर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के प्रचार के लिए गये थे जहां उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाया और कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को सामान्य यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलना चाहिए। यह सरकारी पैसे से चलती है लेकिन यहाँ दलित, पिछड़े और आदिवासी को कोई आरक्षण नहीं मिलता है।उन्होंने आगे कहा, की मुस्लिम समुदाय ख़ुद ही इस यूनिवर्सिटी में अपने पचास फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर लेता है।

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संविधान और मंडल कमीशन का ज़िक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि संविधान और मंडल कमीशन दलित, पिछड़ों के लिए आरक्षण की व्यवस्था करता है तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उन्हें आरक्षण क्यों नहीं मिलता। अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों को भी यहाँ आरक्षण मिलना चाहिए। इतना ही नहीं सीएम योगी आदित्य नाथ विपक्ष पर भी जमकर बरसे, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नहीं चाहते कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दलितों, आदिवासियों को आरक्षण मिले।

 

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बहरहाल AMU को लेकर मुद्दा क्या गरमाया हुआ है अब वो जान लीजिए.. दरअसल, शुक्रवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक  बड़ा फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के निर्णय से ये साफ हुआ है कि फिलहाल AMU का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रहेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उसके इस नए फैसले के आलोक में अब तीन जजों की रेगुलर बेंच ये तय करेगी कि AMU को अल्पसंख्यक दर्जा दिया जाना चाहिए तो कैसे दिया जाना चाहिए। बताते चलें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना 1875 में सर सैयद अहमद खान द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम कॉलेजके रूप में की गई थी, जिसका उद्देश्य मुसलमानों के शैक्षिक उत्थान के लिए एक केंद्र स्थापित करना था. बाद में, 1920 में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा मिला और इसका नाम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालयरखा गया.

 

 

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