तमिलनाडु : आर्मस्ट्रांग हत्या मामले में CBI जांच की नहीं मिल रही मंजूरी, पुलिस का बड़ा दावा, मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर को मार गिराया

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      In Short :

  • के आर्मस्ट्रांग की हत्या मामले में हिस्ट्रीशीटर थिरुवेंगदम को पुलिस ने मार गिराया

  • 5 जुलाई को हुई इस हत्या में बीएसपी कार्यकर्ता लगातार CBI जांच की मांग कर रहे है

  •  तमिलनाडु सरकार और पुलिस दोनों सवालों के कटघरें में हैं

 

चेन्नई: रविवार को तमिलनाडु पुलिस ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) के तमिलनाडु प्रमुख के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के एक आरोपी को शनिवार रात मुठभेड़ में मार गिराया गया। पुलिस ने बताया कि बीएसपी के राज्य प्रमुख की हत्या में कथित रूप से शामिल हिस्ट्रीशीटर थिरुवेंगदम को चेन्नई में माधवरम के पास पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। पुलिस के अनुसार, थिरुवेंगदम ने हत्या से पहले कई दिनों तक आर्मस्ट्रांग का पीछा किया था और बीएसपी नेता की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी थी।

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BSP चीफ की हत्या :

बता दें कि 5 जुलाई को तमिलनाडु में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के प्रमुख नेता के. आर्मस्ट्रांग की फूड डिलिवरी बॉय के भेष में आए लोगों ने चाकु और धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी थी। तमिलनाडु में आर्मस्ट्रांग  बीएसपी के अध्यक्ष थे और अंबेडकरवादी बौद्ध आंदोलन का हिस्सा भी थे। के. आर्मस्ट्रांग ने तमिलनाडु राज्य में शिक्षा की नींव भी रखी थी। TheNEWSMinute की एक रिपोर्ट के मुताबिक आमतौर पर आर्मस्ट्रांग दस से पंद्रह लोगों से घिरे रहते थे लेकिन जब हमला हुआ तो उनके साथ सिर्फ़ दो लोग थे। वहीं वह अपनी बंदूक भी साथ लेकर नहीं आए थे जिसे सुरक्षा के लिए  आर्मस्ट्रांग हमेशा अपने पास रखते थे।

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आर्कोट सुरेश की हत्या से कनेक्शन :

गंभीर घाव औऱ ज्यादा खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गयी। मद्रास उच्च न्यायालय ने मारे गए बीएसपी नेता और अधिवक्ता आर्मस्ट्रांग के शव को तिरुवल्लूर जिले में उनके एक रिश्तेदार की निजी ज़मीन पर दफनाने की अनुमति दी थी। वहीं पुलिस ने कहा थी कि आर्मस्ट्रांग की हत्या पिछले साल अगस्त में आर्कोट सुरेश की हत्या से जुड़ी एक प्रतिशोधात्मक कार्रवाई थी। हालांकि इस पूरे मामले में आर्मस्ट्रांग के अनुयायियों और बीएसपी को गहरी साजिश का संदेह लग रहा है। कार्यकर्ता द्वारा पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि जिन 8 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है वह फर्ज़ी हैं। पुलिस ने इस दावे को गलत साबित करते हुए कहा है कि हमलावरों की हरकतों का पता लगाने के लिए उन्होंने मोबाइल ट्राइंगुलेशन का इस्तेमाल किया।

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नेताओं के बयान :

इस क्रूर हत्याकांड के बारे में कई राजनीतिक नेताओं ने भी अपनी बात रखी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा,“तमिलनाडु की बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख थिरु आर्मस्ट्रांग की क्रूर और कुख्यात हत्या ने गहरा सदमा पहुँचाया है। उनके परिवार, मित्रों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ।”

वहीं बसपा सुप्रीमों मायावती ने सीबीआई जाँच की माँग की और तमिलनाडु सरकार पर जाँच में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया। सीबीआई द्वारा जाँच की माँग मामले की वर्तमान स्थिति में अविश्वास को रेखांकित करती है और पक्ष-विपक्ष के बीच न्याय की आवश्यकता को उजागर करती है।

वहीं दलित नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने भी हत्या की निंदा की और सीबीआई जाँच की माँग की। उन्होंने कहा कि “लोगों के अधिकारों की रक्षा करने वाले नेताओं की सुरक्षा की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।“

दूसरी तरफ आलोचना के जवाब में चेन्नई पुलिस ने लोगों को गिरफ्तार किया और अपराध से संबंधित सबूत जब्त किए। जिसमें एक ज़ोमैटो टी-शर्ट, एक ज़ोमैटो बैग, तीन बाइक और सात खून से सने दरांती शामिल हैं। हालाँकि, आर्मस्ट्रांग की हत्या के तुरंत बाद चेन्नई पुलिस आयुक्त के स्थानांतरण से मामले में संदेह और बढ़ गया साथ ही स्वतंत्र जांच की मांग उठने लगी।

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