हरियाणा : दलित महिलाओं के साथ यौन शोषण करने वालों को बचा रही है पुलिस..?

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हिसार : मंगलवार को हरियाणा के हिसार में पुलिस महानिरीक्षक कार्यलय के बाहर दलित संगठन “नेशनल अलाइंस फ़ॉर दलित ह्यूमन राइट्स” द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। संगठन का आरोप है कि हरियाणा पुलिस दलित महिलाओं के साथ यौन शोषण करने वालो का पक्ष लेती है और पीड़ित दलित परिवार न्याय की आस में भटकते रहते हैं। बता दें कि इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था।

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आरोपियों को संरक्षण देती पुलिस :

नेशनल अलाइंस फ़ॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कल्सन ने इस दौरान लोगो की सम्बोधित करते हुए कहा कि दलित बच्चीयों के साथ यौन उत्पीड़न के अधिकतर मामलों में पुलिस द्वारा पीड़ित पक्ष की शिकायत दर्ज नहीं कि जाती। अगर शिकायत दर्ज होती भी है तो समझ में बदनामी का डर दिखाकर पुलिस पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाती है। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस पीड़ित का जो बयान दर्ज करती है उसमे पीड़ित के सभी बयानों को नहीं लिखती। प्रदर्शन के दौरान रजत कल्सन ने सीधे तौर पर हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाए की पुलिस दलित बच्चीयों के साथ यौन शोषण करने वालों को संरक्षण देती है।

 

पुलिस महानिरिक्षक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते नेशनल अलाइंस फॉर दलित ह्यूमन राइट्स के कार्यकर्ता (Image: the stootra)

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पुलिस के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी :

दी सूत्र नाम की एक वेबसाइट के मुताबिक पुलिस कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में दलित संगठन और आम लोग इकट्ठा हुए थे। जिसर देखते हुए भारी पुलिस बल को कार्यालय पर तैनात किया गया था। इस दौरान पुलिस और पुलिस की कार्यशैली के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी हुई। प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा में दलित महिलाओं के साथ हो बलात्कार/ यौन शोषण के लिए पुलिस को ज़िम्मेदार ठहराया। पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस जानबूझकर पीड़ित पक्ष पर कार्यवाही करती है और आरोपी पक्ष को बचा लेती है।

 

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पुलिस पर पीड़ितो के गंभीर आरोप :

रोष प्रदर्शन में हांसी के समीप एक गांव की दलित नाबालिक स्कूली छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके मामले में आरोपियों का पक्ष में जांच की तथा उनके घर पर आकर खाप पंचायतों ने समझौते का दबाव बनाया तथा इस मामले की मुख्य आरोपी स्कूल की प्रिंसीपल को भी पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है।

 

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इसी तरह हिसार के एक कस्बे की एक कॉलेज की एक असिस्टेंट प्रोफेसर के परिजनों ने आरोप लगाया की दलित महिला अस्सिस्टेंट प्रोफेसर के साथ उसी के कॉलेज के एक प्रोफेसर द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न के मामले में भी पुलिस ने एक माह बीत जाने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया हैं।

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